तमिलनाडु के करूर में अभिनेता-राजनेता विजय की रैली में हुई भगदड़ को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। द्रविड़ मुनेत्र कढ़गम (डीएमके) के प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने टीवीके नेता आधव अर्जुन के बयान पर ऐतराज जताया। उन्होंने कहा कि गैर-जिम्मेदाराना आरोप नहीं टिकने वाले हैं।
डीएमके प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने आईएएनएस से बातचीत में टीवीके नेता आधव अर्जुन के आरोपों को ‘बेबुनियाद’ और ‘जिम्मेदारी से भागने की कोशिश’ करार दिया। उन्होंने कहा कि टीवीके तमिलनाडु के लोगों के गुस्से से डर रही है।
सरवनन अन्नादुरई ने कहा, “वे (टीवीके) सोचते हैं कि डीएमके पर षड्यंत्र का आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारी से बच सकते हैं। तमिलनाडु में अनगिनत रैलियां हुई हैं। दो दिन पहले भी रैली हुई थी, लेकिन ऐसी लापरवाही नहीं हुई। पुलिस या डीएमके के खिलाफ इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना आरोप टिकने वाले नहीं हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “वे (टीवीके) तमिलनाडु के लोगों के गुस्से से डर रहे हैं। इसलिए वे सोचते हैं कि ऐसे बेतुके आरोप लगाकर वे अपना मनोबल बढ़ा सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होगा। राजनीति में यह तरीका काम नहीं करता। टीवीके को अपनी लापरवाही स्वीकार करनी चाहिए।”
बता दें कि तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) की चुनावी रैली में हुई भगदड़ में अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है। वेलुसामीपुरम निवासी एक महिला की रविवार देर रात मौत हुई। इससे मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 41 पहुंच गया।
रैली के बाद महिला लापता हो गई थीं। बाद में उनके रिश्तेदारों को पता चला कि उन्हें करूर सरकारी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया था, लेकिन इलाज के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
इस बीच, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने तमिलनाडु के करूर में भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और टीवीके पार्टी के अध्यक्ष विजय से फोन पर बात की है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।