नई दिल्ली, 26 सितंबर। भाजपा ने विपक्षी दलों के ‘आईएनडीआईए’ गठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों पर प्रहार करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ‘घमंडिया फाइल्स’ की एक नई सीरीज शुरू की है। इस सीरीज के तहत मंगलवार को जारी पहले एपिसोड में भाजपा ने तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके पर निशाना साधते हुए यह आरोप लगाया है कि डीएमके आजादी के बाद से ही देश को तोड़ना चाहती है और लगातार सनातन धर्म का अपमान करती रही है।
भाजपा ने इस वीडियो को शेयर करते हुए अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लिखा, “घमंडिया फाइल्स के प्रथम एपिसोड में देखिए…कैसे आजादी के बाद से ही देश को तोड़ना चाहती है डीएमके। सनातन धर्म का लगातार अपमान करती रही है डीएमके।”
‘घमंडिया फाइल्स’ सीरीज के प्रथम एपिसोड में भाजपा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर 6 मिनट 48 सेकंड का वीडियो जारी किया है जिसमें 15 अगस्त 1947 से लेकर अब तक के कई वाक्यों का जिक्र करने के साथ-साथ डीएमके के कई पुराने और वर्तमान नेताओं के बयानों का जिक्र करते हुए डीएमके को देश विरोधी और भ्रष्ट पार्टी करार दिया है।
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया है कि आजादी के बाद से ही डीएमके देश को तोड़ना चाहती है, भारत का विभाजन कर भारत से अलग एक देश चाहती है, सनातन से नफरत करती है।
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि डीएमके की करुणानिधि सरकार देश की पहली ऐसी राज्य सरकार थी जिसे 1976 में भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण बर्खास्त कर दिया गया था। भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि डीएमके ने मनमोहन सिंह सरकार में शामिल होकर कई हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया।
यह भी आरोप लगाया गया है कि राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है और उनके नेतृत्व में डीएमके बद से बदतर स्थिति में पहुंच गई है। आज तमिलनाडु जिहादी और मिशनरी गतिविधियों का केंद्र बन रहा है।
भाजपा ने आगे कहा कि राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस पार्टी देखती रही कि उनके मित्र और गठबंधन सहयोगी एमके स्टालिन ने राजीव गांधी के दोषी हत्यारों में से एक को अपने घर पर बुलाया, गले लगाया और उसका सम्मान किया लेकिन कांग्रेस ने सत्ता के लिए इसे नजरअंदाज कर दिया। भाजपा ने वीडियो में विपक्षी गठबंधन में शामिल अन्य दलों की भी आलोचना की।
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