वाराणसी, 21 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल होने वाले महाकुंभ को लेकर वाराणसी में भी बड़े स्तर पर तैयारी चल रही है। वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि प्रयागराज से काशी आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्था बेहतरीन होगी।
मंडलायुक्त ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि महाकुंभ में कम से कम 25-30 करोड़ लोगों के प्रयागराज आने का अनुमान है। उनमें से एक-तिहाई लोगों के काशी आने का अनुमान है। दो माह के दौरान लोग काशी में दर्शन को आते हैं तो उनके लिए अच्छी व्यवस्था होगी। साथ ही श्रद्धालुओं के माहौल में कोई व्यवधान न हो और उन्हें एक धार्मिक वातावरण में दर्शन करने का मौका मिल सके, उसके लिए सभी विभागों की तैयारी शुरू है।
उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से आवागमन के लिए सड़कों की स्थित ठीक हो। जितने भी रास्ते हों वे स्मूथ हों। श्रद्धालु किसी बात से आहत न हों इसके लिए सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर काम कर रहे हैं। उनकी नियमित समीक्षा हो रही है। सबको 31 दिसंबर तक का समय दिया गया है। हमारा प्रयास है कि तब तक सारे कार्य पूरे करवा लिए जाएं।
मंडलायुक्त ने एक सवाल के जवाब में बताया कि महाकुंभ में दर्शन के लिए यहां आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन के समय रास्ते में पड़ने वाली दुकानों के लिए नगर निगम के लाइसेंस के दौरान कुछ नियम शर्तें होती हैं। कोई भी मांस खुले में नहीं बिकेगा।
हाइजीन की दृष्टि से उसे जाली और पर्दे से ढंक कर रखें। श्रद्धालु को भी खुले में मांस न दिखे। यह कोई विशेष निर्देश नहीं है, सिर्फ लाइसेंस के दौरान दिए गए निर्देशों का पालन करवाया जा रहा है। जो शर्तें हैं। इसमें सब लोग सहयोग कर रहे हैं। जो इसमें सहयोग नहीं करेंगे 31 दिसम्बर के बाद उनके खिलाफ सख्ती होगी।
कौशल राज शर्मा ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर में महाकुंभ के दौरान गर्भगृह और स्पर्श दर्शन के लिए कोई पाबंदी होगी या नहीं, इसे लेकर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। जनवरी में यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या देखकर निर्णय किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि धार्मिक लोगों ने एक अनुमान बताया कि महाकुंभ के दौरान तीन महीने में यहां भी पांच से दस करोड़ लोग दर्शन कर सकते हैं। सामान्य रूप से यहां सवा से डेढ़ लाख लोग प्रतिदिन आते हैं यानी एक माह में 45 लाख का आंकड़ा बनता है। तीन महीने में आम तौर पर करीब डेढ़ लाख लोग आते हैं। इस प्रकार करीब तीन-चार गुणा लोगों के लिए तैयारी हो रही है। बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी और नगर निगम से जो भी आवश्यकता होगी वह भी दिलवा रहे हैं।
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