चेन्नई, 16 मार्च । चुनाव आयोग आज 2024 के चुनाव की तारीखों की घोषणा कर रहा है। राजनीतिक दल भी अपने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दे रहे हैं। राज्य में सीएम एम. के. स्टालिन की बहन कनिमोझी अपने निर्वाचन क्षेत्र थूथुकुडी कमजोर विपक्ष के कारण बहुत सशक्त स्थिति में हैं।
डीएमके के दिग्गज नेता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एम. करुणानिधि की बेटी व वर्तमान मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन की बहन कनिमोझी थूथुकुडी सीट से डीएमके के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक की उम्मीदवार हैं।
कनिमोझी की पूरे निर्वाचन क्षेत्र में अच्छी स्वीकार्यता है और राज्य में डीएमके को इसका फायदा मिलता है। हालांकि, बंदरगाह शहर थूथुकुडी से अन्नाद्रमुक और द्रमुक दोनों को प्रतिनिधित्व मिला है।
2019 के लोकसभा चुनाव में कनिमोझी ने थूथुकुडी सीट पर 3,47,209 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी।उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एनडीए के तमिलिसाई साउंडराजन को हराया था। थूथुकुडी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में विलाथिकुलम, थूथुकुडी, तिरुचेंदूर, श्रीवैकुंटम, ओट्टापिडारम और कोविलपट्टी विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
इन छह विधानसभा क्षेत्रों में से पांच इंडिया ब्लॉक के पास हैं और एक सीट, कोविलपट्टी, अन्नाद्रमुक के कदम्बुर एस.राजू ने जीती है। इससे पता चलता है कि द्रमुक के नेतृत्व वाला इंडिया गुट थूथुकुडी लोकसभा क्षेत्र में कितना मजबूत है।
2019 में, कनिमोझी ने बीजेपी की तमिलिसाई को हराया था, जिन्होंने एआईएडीएमके, बीजेपी और पीएमके द्वारा समर्थित संयुक्त एनडीए उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। लेकिन अब एआईएडीएमके व बीजेपी एक-दूसरे से दूर जा चुके हैं और पीएमके के साथ गठबंधन पर भी अनिर्णय की स्थिति बनी है। ऐसे में कनिमोझी इस हाई प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्र में बिना किसी महत्वपूर्ण विपक्ष के मजबूत स्थिति में नजर आ रही हैं।