लोक निर्माण विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज यहां ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में आयोजित दयानंद पब्लिक स्कूल के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में कहा कि शिक्षा ज्ञान, कौशल और मूल्यों को बढ़ावा देती है तथा व्यक्तित्व विकास और समाज की बेहतरी के लिए आवश्यक है।
मंत्री महोदय ने छात्रों, संकाय सदस्यों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा, “शिक्षा आर्थिक और सामाजिक प्रगति की नींव है।” उन्होंने वर्ष भर विभिन्न गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्रों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ ये गतिविधियाँ बच्चों को नशे से दूर रहने, अपने भविष्य के लिए सही निर्णय लेने और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता विकसित करने में मदद करती हैं।
विक्रमादित्य ने कहा, “राज्य सरकार सरकारी और निजी स्कूलों के बीच की खाई को पाटने के लिए नियमों में संशोधन करके शैक्षिक मानकों में सुधार करने का प्रयास कर रही है ताकि प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके और उसका भविष्य उज्ज्वल हो सके।”
उन्होंने कहा कि दयानंद पब्लिक स्कूल शिमला शहर के अग्रणी स्कूलों में गिना जाता है। उन्होंने कहा, “आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में, जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रत्येक बच्चे के पास एक मजबूत शैक्षिक आधार और गहन ज्ञान होना आवश्यक है और स्कूल इस दिशा में सराहनीय प्रयास कर रहा है।”
उन्होंने स्कूल को उसकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी और कहा कि “हर छात्र स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में बिताए समय को संजोकर रखता है।” उन्होंने छात्रों से नशे से दूर रहने, सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने और अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने का आग्रह किया।
मंत्री महोदय ने स्कूल के न्यूज़लेटर ‘उत्कृष्टता की प्रतिध्वनियाँ’ का भी विमोचन किया। इससे पहले, स्कूल के प्रधानाचार्य अनुपम ने विक्रमादित्य का स्वागत किया और वर्ष भर आयोजित विभिन्न गतिविधियों तथा मेधावी छात्रों की शैक्षणिक उपलब्धियों पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।
स्कूल के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। मंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को 31,000 रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की।


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