पंजाब और चंडीगढ़ तथा देश के अन्य भागों में कश्मीरी छात्रों के साथ हो रहे उत्पीड़न पर बढ़ती चिंताओं के बीच, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कश्मीरी छात्र नेता और जम्मू-कश्मीर छात्र संघ (जेकेएसए) के राष्ट्रीय संयोजक नासिर खुहमी से बात कर एकजुटता व्यक्त की तथा बिना शर्त समर्थन देने का आश्वासन दिया।
खुएहामी के साथ टेलीफोन पर बातचीत में कैप्टन ने हाल ही में कई शैक्षणिक संस्थानों में कश्मीरी छात्रों को लक्षित कर उत्पीड़न की घटनाओं की बाढ़ पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की।
उन्होंने खुएहामी को आश्वासन दिया कि उनका घर संकट में फंसे हर कश्मीरी छात्र के लिए खुला है और इस बात पर जोर दिया कि पंजाब हमेशा सभी समुदायों, विशेषकर जम्मू और कश्मीर के युवाओं के लिए स्वागत योग्य और सुरक्षित स्थान बना रहेगा।
कैप्टन ने बहुलवाद और राष्ट्रीय एकता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा, “हर कश्मीरी छात्र मेरे अपने बच्चे की तरह है। वे मेरे परिवार की तरह हैं। वे भारत का अभिन्न अंग हैं और पंजाब भी कश्मीर की तरह ही उनका घर है। मेरे दरवाजे उनके लिए हमेशा खुले हैं; किसी भी समय, किसी भी चीज़ के लिए।”
उन्होंने कहा, “धमकी या अन्याय का सामना कर रहे हर कश्मीरी छात्र को यह जान लेना चाहिए कि आप अकेले नहीं हैं। मैं आपके साथ खड़ा हूं। चाहे आप पंजाब में हों, चंडीगढ़ में हों या भारत में कहीं और, मैं आपकी सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करूंगा।”