N1Live Uttar Pradesh जब-जब मोहन भागवत बोलते हैं, तब-तब मुस्लिमों को नुकसान होता है : अमीक जामेई
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जब-जब मोहन भागवत बोलते हैं, तब-तब मुस्लिमों को नुकसान होता है : अमीक जामेई

Every time Mohan Bhagwat speaks, Muslims are harmed: Amik Jamei

लखनऊ, 22 दिसंबर । आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के मंदिर-मस्जिद मामले पर दिए बयान पर सपा नेता अमीक जामेई ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब-जब मोहन भागवत मुस्लिमों पर बोलते हैं, तब-तब मुस्लिमों को नुकसान होता है।

सपा नेता अमीक जामेई ने शनिवार को आईएएनएस से बातचीत में कहा, “मोहन भागवत जब भी मुसलमानों के पक्ष में कोई बात बोलते हैं तो उससे मुस्लिमों को बहुत बड़ा नुकसान होता है। हमारा यही कहना है कि मोहन भागवत के शिष्य ही उनकी बात को नहीं मान रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “अगर मोहन भागवत को बात करनी है, तो पीएम मोदी को फोन करें और एएसआई जो कर रहा है उसे बंद कराएं। उत्तर प्रदेश में मस्जिदों को खोदने की कहानियां चल रही हैं। मोहन भागवत बुजुर्ग हैं और शेर बूढ़ा हो गया है, उनके पंजों में भी दम नहीं बचा है। मुझे लगता है कि भाजपा के सामने आरएसएस की कोई हैसियत नहीं बची है। मोहन भागवत की बात को भाजपा गंभीरता से नहीं लेती है।”

सपा नेता अमीक जामेई ने कहा, “सीएम योगी ने कहा है कि कल्कि अवतार तो संभल की उसी मस्जिद में होने वाला है। आप वैज्ञानिक नहीं हैं, अभी मामला कोर्ट में है। वह ना तो एएसआई हैं और अभी फैसला भी नहीं आया है। उन्होंने अभी से ही घोषित कर दिया कि कल्कि अवतार तो वहीं होने वाले हैं। पहले यह संविधान विरोधी बात करते हैं और बाद में इनके बड़े नेता उसकी लीपापोती करते हैं।”

बता दें कि मोहन भागवत ने कहा है कि कुछ लोग हिंदुओं का नेता बनने की कोशिश कर रहे हैं, इसी मंशा से मंदिर-मस्जिद जैसे विवादों को हवा दिया जा रहा है। मोहन भागवत ने हिंदूवादी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा था कि राम मंदिर जैसे मुद्दों को कहीं और न उठाएं। अयोध्या में राम मंदिर बन जाने के बाद कुछ लोग ऐसे मुद्दों को उछाल कर खुद को हिंदुओं का नेता साबित करने की कोशिश में लगे हैं।

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