रियासी, 10 जून । जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार को तीर्थयात्रियों से भरी बस पर आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। वहीं कई घायल हो गए। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। घायलों ने हमले का आंखों देखा हाल बयां करते हुए बताया कि कैसे आतंकियों ने पहले बस को घेर लिया और फिर लगातार फायरिंग की।
बस में सवार श्रद्धालु संतोष कुमार वर्मा दिल दहला देने वाले मंजर के गवाह हैं। उन्होंने इस घटना को खुद अपनी आंखों से देखा।
उन्होंने बताया, “दर्शन कर हम वापस लौट रहे थे। पहाड़ के नीचे से जब गाड़ी गुजर रही थी, तभी अचानक से आतंकी आए और फायरिंग शुरू कर दी। हालांकि, मैं एक ही शख्स को फायरिंग करते हुए देख सका। लेकिन जहां तक मुझे पता है कि ये सभी लोग बीच सड़क पर खड़े होकर फायरिंग कर रहे थे। इसके बाद इन लोगों ने बस के ड्राइवर को भी गोली मारी। काफी देर तक यह फायरिंग करते रहे। वहीं, घटना के आधे घंटे बाद पुलिस और अन्य सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे, जिनकी सहायता से हम बाहर निकल सके।“
बस में सवार एक अन्य श्रद्धालु राजेश ने भी इस दिल दहला देने वाली घटना को शब्दों में बयां किया। उन्होंने बताया, “हम 13-14 लोग बस में थे। दर्शन कर वापस लौट रहे थे, तभी कुछ लोग आए और अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। हालांकि, मैं देख नहीं सका था कि कितने लोग थे, लेकिन वो मंजर बहुत डरावना था।“
बस में सवार एक अन्य श्रद्धालु ने बताया, “मैं गोली चलाने वालों को नहीं देख सका था। लेकिन मैंने एक झलक देखी थी कि वो लोग कैसे गोली चला रहे थे। इसके बाद मैंने खुद को बचाने की कोशिश की। लग रहा था कि जैसे आज मैं बच नहीं पाऊंगा। आतंकी बिना रूके गोली चलाते रहे। इसके बाद बस पलटकर खाई में जा गिरी। इसके बाद बस में सवार सभी लोग इधर-उधर गिर गए। सभी चिल्ला रहे थे। मदद की गुहार लगा रहे थे। इसके बावजूद भी आतंकी फायरिंग रोकने का नाम नहीं ले रहे थे।“
बता दें कि रविवार को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थयात्रियों से भरी बस पर आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिससे बस असंतुलित होकर खाई में जा गिरी। बस में कुल कितने लोग सवार थे। इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। तीर्थयात्री शिवखोड़ी मंदिर जा रहे थे, तभी घात लगाए बैठे आतंकियों ने फायरिंग कर दी।
इस हमले में 10 लोगों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हो गए। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। मिली जानकारी के आधार पर आतंकियों को चिन्हित कर पाना मुश्किल है, लेकिन आतंकियों की इस करतूत के खिलाफ चौतरफा आक्रोश देखने को मिल रहा है। सभी लोग आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।