मंडी, 15 मार्च तपेदिक (टीबी) रोग मुक्त हिमाचल प्रदेश कार्यक्रम का उद्घाटन आज यहां निदेशक (स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. गोपाल बेरी ने किया। समारोह का उद्घाटन राज्य कार्यक्रम अधिकारी (क्षय उन्मूलन) डॉ. रविंदर को बीसीजी का पहला टीका लगाकर किया गया। डॉ. बेरी ने कहा कि टीका लेने से व्यक्ति को टीबी होने की संभावना कम हो जाती है।
डॉ. बेरी ने कहा कि विभाग ने पहले ही पात्र व्यक्तियों की एक सूची तैयार कर ली है, जिन्हें उनकी सहमति के बाद नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में खुराक दी जाएगी। उनके अनुसार पात्र व्यक्तियों में पांच वर्ष से अधिक उम्र के टीबी रोगी, उनके संपर्क में आने वाले लोग, साठ वर्ष से अधिक उम्र के लोग और अति कुपोषित लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि धूम्रपान करने वाले और मधुमेह से पीड़ित लोग भी पात्र हैं।
उन्होंने प्रदेशवासियों से वैक्सीन लगाने में विभाग का सहयोग करने का आह्वान किया। उनके सहयोग से ही जिले व प्रदेश को टीबी मुक्त बनाया जा सका। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र भारद्वाज ने कहा कि चिन्हित व्यक्तियों के पंजीकरण दस्तावेज दिखाने के बाद जिले के सभी प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में टीकाकरण बूथों पर उनके मोबाइल फोन पर ओटीपी प्राप्त करने पर वयस्कों को बीसीजी की खुराक दी जाएगी।
टीकाकरण के बाद लोगों को आधे घंटे तक डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा, ताकि इस दौरान होने वाली किसी भी समस्या का इलाज किया जा सके।
जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. अरिंदम राय; जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश ठाकुर; अभियान के उद्घाटन अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. धर्म सिंह ठाकुर सहित अन्य वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी और जिले के सभी ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे