सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए लगातार वाहनों की जांच, ब्लैक स्पॉट की पहचान और यातायात नियमों का सख्ती से पालन करवाने को प्राथमिकता दी गई है। यह निर्देश डिप्टी कमिश्नर दीपशिखा शर्मा ने राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह अभियान के तहत जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान दिए।
डीसी ने बताया कि 1 जनवरी से 31 जनवरी 2025 तक मनाए जाने वाले राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह में स्कूलों और कॉलेजों में सेमिनार, ड्राइवरों के लिए निःशुल्क जांच शिविर और जन जागरूकता रैलियां जैसे जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं। उन्होंने वाहनों की चल रही जांच और उल्लंघन के लिए जारी किए गए दस चालानों पर जोर दिया, जिसमें सुरक्षा मानदंडों का पालन न करने के लिए स्कूल बसों पर लगाए गए कई हालिया जुर्माने भी शामिल हैं।
छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, डीसी ने सुरक्षित स्कूल वाहन नीति के सख्त कार्यान्वयन का निर्देश दिया, जिसमें छात्रों को ले जाने वाले वाहनों के लिए सभी सुरक्षा मानकों का अनुपालन अनिवार्य किया गया। पुलिस और आरटीए विभागों को अनधिकृत पार्किंग, तेज गति से वाहन चलाने और ओवरलोड वाहनों की जांच करने का निर्देश दिया गया।
चर्चा किए गए प्रमुख उपायों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए बसों में सेफ्टी बटन लगाना, बस स्टैंडों पर सहायता डेस्क स्थापित करना, दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशेष रूप से कोहरे के मौसम के दौरान साइनेज, रिफ्लेक्टर और प्रकाश व्यवस्था के साथ ब्लैक स्पॉट्स की नियमित पहचान और सुधार, दृश्यता बढ़ाने के लिए वाहनों पर रिफ्लेक्टरों की अनिवार्य स्थापना, और बेहतर नेविगेशन के लिए सड़क चिह्नों का रखरखाव शामिल थे।
डीसी ने यातायात उल्लंघन के लिए लगातार ई-चालान करने का भी आग्रह किया और स्कूलों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर सड़क सुरक्षा रैलियां और सेमिनार आयोजित करने के लिए गैर सरकारी संगठनों, पुलिस और आरटीए अधिकारियों के साथ सहयोगात्मक प्रयास करने का आह्वान किया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यातायात नियमों का उचित पालन और जनता का सहयोग सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है। सड़क के किनारे उगी झाड़ियों को साफ करने के महत्व पर जोर दिया गया, ताकि सफेद सड़क चिह्नों की दृश्यता में सुधार हो सके और दुर्घटनाओं के दौरान तत्काल सहायता के लिए टोल प्लाजा पर एम्बुलेंस और ड्राइवरों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर-कम-आरटीए डॉ. निधि कुमुद बांबा, एसडीएम फिरोजपुर दिव्या पी., डीएसपी (एच) अरुण मुंडन, डिप्टी डीईओ डॉ. सतिंदर सिंह, रोडवेज जीएम अमित अरोड़ा, एटीओ राकेश कुमार, तथा अन्य अधिकारी एवं समिति सदस्य उपस्थित थे।
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