तोक्यो, जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे शुक्रवार को नारा प्रान्त में भीड़ को संबोधित कर रहे थे, तभी हमलावर ने उनको गोली मार दी। पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया है। राज्य के प्रसारक एनएचके ने इसकी जानकारी दी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आबे कोमा में हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है और स्थानीय अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, पूर्व नेता में कोई महत्वपूर्ण लक्षण नहीं दिख रहे हैं।
यह घटना नारा शहर के यामातोसैदाईजी स्टेशन के पास उस समय हुई जब वह लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के चुनाव प्रचार के लिए सुबह करीब 11.30 बजे (स्थानीय समयानुसार) भाषण दे रहे थे।
एनएचके के अनुसार, घटनास्थल पर गोली चलने की आवाज सुनाई दी और आबे के शरीर में से खून बहता देखा गया।
इस बीच, पुलिस ने पुष्टि की है कि एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है।
जापान में बंदूक हिंसा की घटनाएं दुर्लभ हैं। यह एक ऐसा देश है, जहां हैंडगन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
गोली लगने के बाद शिंजो आबे की हालत नाजुक
तोक्यो, जापान के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रह चुके शिंजो आबे को शुक्रवार को नारा प्रान्त में एक भीड़ को संबोधित कर रहे थे, तभी हमलावर ने उनको गोली मार दी, जिसके बाद उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। राज्य मीडिया ने एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है।
राज्य प्रसारक एनएचके के अनुसार, यह घटना नारा शहर के यामातोसैदाईजी स्टेशन के पास (स्थानीय समयानुसार) लगभग 11.30 बजे हुई, जब 67 वर्षीय पूर्व नेता लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के चुनाव अभियान के लिए भाषण दे रहे थे।
स्थानीय दमकल विभाग का कहना है कि आबे कार्डियोपल्मोनरी अरेस्ट में हैं और उन्हें मेडवेक द्वारा काशीहारा शहर के नारा मेडिकल यूनिवर्सिटी अस्पताल में स्थानांतरित किया जाना है।
बीबीसी के अनुसार, जापान में आधिकारिक तौर पर किसी मौत की पुष्टि होने से पहले कार्डियोपल्मोनरी अरेस्ट का इस्तेमाल अक्सर किया जाता है।
एनएचके की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि साइट पर एक गोली चलने की आवाज सुनी गई और आबे के शरीर से खून बहता देखा गया।
इस बीच, पुलिस ने कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि आबे को पीछे से एक बन्दूक से गोली मारी गई थी।
पुरुष संदिग्ध 40 वर्ष की उम्र का प्रतीत होता है। उसे कथित तौर पर हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया है और पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
पुलिस ने कहा है कि उन्होंने उस जगह पर एक बंदूक जब्त की, जिसे वह व्यक्ति जाहिर तौर पर पकड़े हुए था।
आबे ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए 2020 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
बीबीसी ने बताया कि बाद में उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें आंतों की बीमारी, अल्सरेटिव कोलाइटिस से राहत मिली है।
जापान में बंदूक हिंसा की घटनाएं दुर्लभ हैं। यहां हैंडगन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।