November 24, 2024
National

पूर्व पीएम देवेगौड़ा के दामाद भाजपा में शामिल होंगे, उपमुख्यमंत्री शिवकुमार के भाई के खिलाफ लड़ेंगे लोकसभा चुनाव : सूत्र

बेंगलुरु, 14 मार्च । पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के दामाद डॉ. सी.एन. मंजूनाथ बुधवार को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा से मुलाकात करेंगे। सूत्रों ने बताया कि डॉ. मंजूनाथ गुरुवार को भाजपा में शामिल होंगे।

सूत्रों ने यह भी कहा कि डॉ. मंजूनाथ को बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट से उपमुख्यमंत्री डी.के.शिवकुमार के भाई डी.के.सुरेश के खिलाफ मैदान में उतारा जाएगा। बेंगलुरु ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र को शिवकुमार बंधुओं का गढ़ माना जाता है।

पिछले लोकसभा चुनाव में डी.के. सुरेश पूरे राज्य में जीत दर्ज करने वाले एकमात्र उम्मीदवार थे। सूत्रों ने कहा कि पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने डॉ. मंजूनाथ को भाजपा के टिकट पर राजनीति में आने के लिए मना लिया है, क्योंकि वह विधानसभा चुनाव में अपने बेटे निखिल कुमारस्वामी की हार का बदला लेना चाहते हैं। उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने रामानगर विधानसभा सीट से निखिल कुमारस्वामी के खिलाफ अपने विश्‍वासपात्र इकबाल अंसारी की जीत सुनिश्चित की थी।

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद उपमुख्यमंत्री शिवकुमार राज्य में वोक्कालिगा चेहरे के रूप में उभरे हैं। वोक्कालिगा समुदाय पहले प्रभावशाली देवेगौड़ा परिवार के पीछे लामबंद होता था।

इस बीच, पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के दामाद के अपने भाई के खिलाफ चुनाव लड़ने की संभावना पर टिप्पणी करते हुए उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने बुधवार को कलबुर्गी में कहा कि इस घटनाक्रम से उनका कोई सरोकार नहीं है।

शिवकुमार ने कहा, “मुझे इससे कोई समस्या नहीं है। मैं डॉ. मंजूनाथ का सम्मान करता हूं। मैंने पूर्व पीएम देवेगौड़ा, उनके बेटे पूर्व सीएम कुमारस्वामी के खिलाफ चुनाव लड़ा था और उनके खिलाफ जीत हासिल की थी। मैंने देवेगौड़ा के खिलाफ एक महिला उम्मीदवार खड़ा किया था। कुमारस्वामी की पत्‍नी अनीता कुमारस्वामी ने भी मेरे खिलाफ चुनाव लड़ा था।”

उपमुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार ने बेंगलुरु में प्रसिद्ध श्री जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवास्कुलर साइंसेज एंड रिसर्च के निदेशक के रूप में डॉ. मंजूनाथ की सेवा बढ़ा दी है। मेरा भाई सुरेश सांसद है, लेकिन वह पंचायत नेता की तरह काम करता है, इसलिए चिंता का कोई कारण नहीं है। देवेगौड़ा परिवार से किसी को भी बेंगलुरु ग्रामीण क्षेत्र से चुनाव लड़ने दीजिए। हमें कोई कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।”

इस बीच, पूर्व सीएम कुमारस्‍वामी ने हासन में कहा कि भाजपा आलाकमान ने उन्हें डॉ. मंजूनाथ को लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए मनाने के लिए मजबूर किया। सूत्रों ने कहा कि डॉ. मंजूनाथ ने शुरू में बेंगलुरु-उत्तर सीट से टिकट मांगा था, लेकिन चूंकि यह भाजपा का गढ़ है, इसलिए पार्टी ने इनकार कर दिया।

सूत्रों ने बताया कि बाद में पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने उन्हें शिवकुमार के भाई के खिलाफ भाजपा के टिकट पर मैदान में उतारने का फैसला किया।

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