पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (यूएचएस), रोहतक के फार्मेसी कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल को कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राकेश कुमार गोयल की आत्महत्या मामले में रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
आईएमटी एसएचओ इंस्पेक्टर महेश कुमार ने बताया कि आरोपी डॉ. गजेंद्र इस मामले में गिरफ्तार होने वाला तीसरा व्यक्ति है। इससे पहले कॉलेज के एक शिक्षक और बियरर समेत दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने बताया कि डॉ. गजेन्द्र को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। एसएचओ ने कहा, “डॉ. गजेंद्र उन लोगों में से थे, जिनका नाम डॉ. राकेश कुमार गोयल ने सुसाइड नोट में लिखा था, जिसके कारण उन्हें यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा। मामले की आगे की जांच चल रही है।”
डॉ. गोयल पिछले साल 29 अगस्त को अपने घर से लापता हो गए थे और उनकी स्कूटी और चप्पलें जवाहर लाल नेहरू (जेएलएन) नहर के पास मिली थीं।
लापता होने से पहले उन्होंने एक सोशल मीडिया ग्रुप पर एक सुसाइड नोट पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके पूर्ववर्ती और कॉलेज के एक सहायक प्रोफेसर उन्हें झूठे आरोपों में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।
बाद में तलाशी अभियान के बाद बालंद गांव के पास नहर से डॉ. गोयल का शव बरामद किया गया। पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया था, जिसके बाद जांच शुरू की गई।