December 12, 2024
Haryana

लगातार चुनाव देश के विकास में बाधा: चौहान

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज देश में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की वकालत की और देशवासियों से राजनीतिक दलों को लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के लिए मजबूर करने हेतु जनजागरण शुरू करने का आह्वान किया।

वह यहां कुरुक्षेत्र में ‘वैश्विक गीता पाठ’ में भाग लेने आए थे, जिसमें 18,000 विद्यार्थियों ने एक साथ भगवद्गीता के 18 अध्यायों से 18 श्लोकों का पाठ किया। यह पाठ केशव पार्क (थीम पार्क) में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के तहत आयोजित किया गया था।

इस कार्यक्रम से विभिन्न देशों के करीब डेढ़ करोड़ लोग ऑनलाइन जुड़े और श्लोकों का पाठ किया। चौहान ने कहा, “यहां बैठा हर विद्यार्थी भविष्य में बड़ा काम कर सकता है, इसलिए हमें बड़ा लक्ष्य रखना चाहिए ताकि हम साधारण जीवन जीने के बजाय असाधारण काम करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। नि:संदेह भारत जल्द ही विश्व गुरु बनेगा, लेकिन लगातार चुनाव देश के विकास में बाधा हैं।”

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “चुनाव की तैयारियां पूरे पांच साल चलती रहती हैं। लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा, जम्मू कश्मीर, झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हुए और अब हम दिल्ली में चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। इसके बाद बिहार और अन्य राज्यों में चुनाव होंगे। सभी राजनीतिक दल पूरे पांच साल चुनाव की तैयारी में लगे रहते हैं, जिसके कारण जनहित और विकास के काम पीछे छूट जाते हैं। सभी दलों के नेताओं का पूरा ध्यान चुनाव पर रहता है। विधायक से लेकर मंत्री और प्रधानमंत्री तक सभी चुनाव की तैयारियों में लग जाते हैं।”

अलग-अलग चुनाव को समय की बर्बादी बताते हुए उन्होंने कहा, “मैं कृषि मंत्री हूं, लेकिन मैं चुनाव में व्यस्त रहा। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्री, सांसद, अधिकारी और कर्मचारी सभी के लिए यह समय की बर्बादी है। चुनाव के दौरान नए-नए वादे किए जाते हैं और भारी खर्च भी होता है। चुनाव आयोग द्वारा खर्च किया जाने वाला पैसा भी जनता का पैसा है और फिर पार्टियां भी पैसा खर्च करती हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “अन्य राज्यों में चुनाव के दौरान हरियाणा के अधिकारियों को पर्यवेक्षक के रूप में तैनात किया जाएगा, जिससे यहां के काम प्रभावित होंगे… संविधान में संशोधन करके लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ करवाए जाएं, जिसके लिए हमें जनजागरण शुरू करना चाहिए। हमें कुरुक्षेत्र की धरती से संकल्प लेना चाहिए और पार्टियों को एक साथ चुनाव करवाने के लिए मजबूर करना चाहिए, ताकि विकास कार्य प्रभावित न हों।”

उन्होंने एमएसपी पर फसलों की खरीद के फैसले के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की प्रशंसा की और कहा, ‘‘हरियाणा में किसानों के कल्याण के लिए लिए गए फैसले से अन्य राज्यों को भी प्रेरणा मिली है।’’ हालांकि, उन्होंने शंभू में हरियाणा-पंजाब अंतरराज्यीय सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन पर कोई टिप्पणी करने से परहेज किया।

सैनी ने कहा: “गीता का पहला और सबसे महत्वपूर्ण संदेश यह है कि प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में अपने धर्म और कर्तव्य का पालन करना चाहिए। यदि समाज का प्रत्येक व्यक्ति अपने कर्तव्यों को निष्ठा और समर्पण के साथ पूरा करे, तो इससे समाज में अनुशासन और संतुलन बना रहेगा। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में गीता की शिक्षाओं को आत्मसात करना चाहिए और इससे हमें एक स्थिर और शांतिपूर्ण समाज विकसित करने में मदद मिलेगी।”

सैनी ने कुरुक्षेत्र में गीता पाठ में भाग लेने वाले स्कूली विद्यार्थियों के लिए गुरुवार को विशेष अवकाश घोषित किया।मुख्यमंत्री ने थीम पार्क का नाम बदलकर केशव पार्क करने की घोषणा की।

कार्यक्रम के दौरान आईजीएम के कंट्री पार्टनर तंजानिया, पर्यटन मंत्री पिंडी चाना, कृषि राज्य मंत्री श्याम सिंह राणा, स्वामी ज्ञानानंद और कई अधिकारी मौजूद थे।

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