केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लगातार आठवीं बार पूर्ण बजट पेश किया। इसको लेकर मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि इस बार बजट में गरीबों का विशेष ख्याल रखा गया है।
विश्वास सारंग ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया, “इस बजट में ज्ञान (गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी) का पूरा ख्याल रखा गया है। हर वर्ग के कल्याण और हर क्षेत्र के विकास का पूरा ख्याल रखा गया है। बजट में आर्थिक अनुशासन का पालन करते हुए शिक्षा के नए आयाम स्थापित करना और नई योजनाओं को लाने के साथ-साथ कृषि और किसान के लिए नई-नई योजनाएं लाने वाला बजट है। ”
उन्होंने कहा, “किसान की क्रेडिट लिमिट पांच लाख रुपये कर दी गई है, सहकारिता को मजबूत किया गया है, युवाओं के लिए नए आयाम स्थापित किए हैं, हर स्थिति में यह बजट बहुत अच्छा है, जिसके लिए मैं उन्हें बधाई दूंगा। ये एक विकासमूलक, परिणाम मूलक और कल्याण मूलक बजट है। 2047 में भारत विकसित देश के रूप में स्थापित हो, इसके नींव को मजबूत करने वाला बजट है। इस बजट के लिए पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बहुत बधाई दूंगा।”
विपक्ष के बजट की आलोचना करने को लेकर विश्वास सारंग ने कहा, “विपक्ष से कुछ उम्मीद नहीं की जा सकती। उनको सिर्फ नकारात्मक राजनीति करनी है। राहुल गांधी को बजट का ‘बी’ तक नहीं मालूम है। ऐसे में वह जो टिप्पणी कर रहे हैं, वह नकारात्मक है।”
कांग्रेस से राज्यसभा सांसद नासिर हुसैन ने कहा कि बजट में किसानों के कर्जे को माफ नहीं किया। उन्होंने कहा, “आज देश का सबसे बड़ा मुद्दा है, अलग-अलग राज्यों में किसान आत्महत्या करते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह मैं नहीं बल्कि सरकार के आंकड़े बता रहे हैं। किसानों को आज एमएसपी चाहिए। आज किसान कर्ज माफी की बात कर रहे हैं, तो वहीं आप कर्ज बढ़ाने की बात कर रहे हैं। किसान दिल्ली के बाहर 14 महीनों से बैठे हुए थे, तो सरकार ने उनसे बात नहीं की।”