शिमला, 3 सितंबर कस्बे में सांप्रदायिक तनाव की संभावना पर चिंता व्यक्त करते हुए, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने राज्य सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन से कस्बे में शांति, सद्भाव और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तत्काल प्रयास करने का आग्रह किया है।
पार्टी की शिमला जिला समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज यहां उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी से मुलाकात कर मुद्दों पर चर्चा की।
सीपीएम जिला सचिव संजय चौहान ने कहा कि कुछ शरारती तत्व राज्य की राजधानी में, विशेषकर मलयाणा और संजौली जैसे क्षेत्रों में सांप्रदायिक तनाव भड़काने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने जिला प्रशासन से मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने और शहर में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने शिमला के नागरिकों से यह याद रखने का आह्वान किया कि यह शहर ऐतिहासिक रूप से अपने सांप्रदायिक सद्भाव के लिए जाना जाता है और इस क्षेत्र में कभी भी धर्म, जाति, क्षेत्र या किसी अन्य कारक के आधार पर कोई विभाजन नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, “दो पक्षों के बीच विवादों का समाधान कानून के अनुसार किया जाना चाहिए और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।” चौहान ने ऐसे विवादों को “सांप्रदायिक रंग” देने के किसी भी प्रयास की निंदा की तथा इसे देश के संवैधानिक ढांचे पर हमला बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘शिमला को सांप्रदायिकता की प्रयोगशाला नहीं बनना चाहिए।’’ चौहान ने जिला प्रशासन को आश्वासन दिया कि पार्टी सांप्रदायिक सद्भाव और शांति बहाल करने के लिए राज्य सरकार, जिला प्रशासन और जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहेगी।