N1Live National नेपाल में अशांति के बीच गुजरात सरकार सतर्क, फंसे नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास तेज
National

नेपाल में अशांति के बीच गुजरात सरकार सतर्क, फंसे नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास तेज

Gujarat government on alert amid unrest in Nepal, efforts intensified for safe return of stranded citizens

नेपाल में अशांति और हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच गुजरात सरकार ने वहां फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर रुख अपनाया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल नेपाल की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं और वहां मौजूद गुजराती नागरिकों की कुशलता व सुरक्षित वापसी के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

ऋषिकेश पटेल ने बताया कि हाल ही में बड़ी संख्या में गुजराती नागरिक पर्यटन और अन्य कारणों से नेपाल गए थे। राज्य सरकार उनकी सुरक्षा व कुशलता को लेकर पूरी तरह सतर्क है। सरकार का प्रयास है कि सभी गुजराती नागरिकों को सुरक्षित रूप से गुजरात वापस लाया जाए।

उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने नेपाल की घटनाओं का तुरंत संज्ञान लिया है। बहुत सारे लोग नेपाल में घूमने फिरने के लिए जाते हैं, उन लोगों की व्यवस्था और सुरक्षा की चिंता करते हुए केंद्र सरकार से संपर्क किया है। केंद्र सरकार ने आश्वासन दिया है कि नेपाल में फंसे सभी भारतीयों, विशेष रूप से गुजराती नागरिकों की सुरक्षा को लेकर वे भी गंभीर हैं।”

स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने आगे कहा कि हमारा एकमात्र उद्देश्य यह है कि किसी भी गुजराती या भारतीय नागरिक को कोई परेशानी न हो। उनकी सुरक्षित वापसी के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।

इससे पहले, गुजरात से आने वाले राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने दावा किया कि नेपाल में गुजरात के 18 लोग फंसे हुए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “नेपाल के काठमांडू एयरपोर्ट पर उड़ानें ठप हैं। हमारे बहुत से भारतीय वहां फंस गए हैं। गुजरात के केनन पटेल ने फोन पर बताया कि उनके साथ 18 गुजराती लोगों का ग्रुप भी फंस गया है।”

कांग्रेस सांसद ने सरकार से अनुरोध किया कि तुरंत नागरिकों को भारत आने के लिए व्यवस्था की जाए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।

बता दें कि नेपाल में 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध और उसके बाद भड़के जन-आंदोलन, जिसे ‘जेन-जेड विरोध’ के नाम से जाना जा रहा है, के कारण वहां अस्थिरता की स्थिति बनी हुई है। इस अशांति में कम से कम 19 लोगों की मौत और सैकड़ों के घायल होने की खबर है, जिसके चलते नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया।

Exit mobile version