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लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री के रूप में गुर्जर ने बनाई दोहरी हैट्रिक

Gurjar scored double hat-trick as Lok Sabha MP and Union Minister

फरीदाबाद, 10 जून हाल ही में संपन्न चुनावों में फरीदाबाद से लोकसभा सांसद के रूप में निर्वाचित होकर हैट्रिक बनाने वाले कृष्ण पाल गुर्जर लगातार तीसरी बार मोदी मंत्रिपरिषद में जगह बनाने में सफल रहे।

वह शायद यह उपलब्धि हासिल करने वाले फरीदाबाद के पहले सांसद हैं। मोदी-2 मंत्रालय (2019-24) में भारी उद्योग राज्य मंत्री रह चुके गुर्जर को इस बार भी इसी पद पर शामिल किया गया है।

केंद्र में कार्यकाल 2014 में पहली बार सांसद चुने जाने के बाद उन्हें सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा शिपिंग राज्य मंत्री बनाया गया। हालांकि, बाद में उनका मंत्रालय बदलकर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय कर दिया गया। वह 2019 से 2021 तक सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री के पद पर बने रहे। 2021 में उन्हें भारी उद्योग राज्य मंत्री के रूप में स्थानांतरित किया गया और पिछले महीने हुए चुनाव तक वह इस पोर्टफोलियो के साथ बने रहे।

भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने मंत्रिपरिषद में उनके शामिल होने को अपेक्षित प्रगति बताते हुए कहा कि इससे फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा कि मोदी मंत्रिमंडल में हरियाणा से तीन सांसदों को शामिल करना बहुत खुशी की बात है, क्योंकि इससे राज्य को शायद पहली बार विशेष दर्जा प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

67 वर्षीय गुर्जर निवर्तमान केंद्रीय मंत्रिमंडल में बिजली और भारी उद्योग राज्य मंत्री रह चुके हैं। 2014 में पहली बार सांसद चुने जाने के बाद उन्हें सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा जहाजरानी राज्य मंत्री बनाया गया था। हालांकि, बाद में उनका मंत्रालय बदलकर सामाजिक न्याय और अधिकारिता कर दिया गया।

वह 2019 से 2021 के बीच सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री के पद पर बने रहे। 2021 में उन्हें भारी उद्योग राज्य मंत्री बनाया गया और पिछले महीने हुए चुनाव तक वह इस पद पर बने रहे।

2014 में जहां गुर्जर ने कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ 4.66 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी, वहीं 2019 में यह अंतर बढ़कर 6.36 लाख वोटों तक पहुंच गया। हालांकि, इस बार हुए चुनाव में यह अंतर घटकर महज 1.72 लाख रह गया।

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, आगामी राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उनका शामिल होना एक वरदान माना जा रहा है।

एमडी विश्वविद्यालय से स्नातक, उन्होंने 1994 में नगर पार्षद के रूप में निर्वाचित होकर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। वह 1996 में पहली बार विधायक बने और 1996 से 1999 तक हरियाणा में बंसीलाल सरकार में परिवहन मंत्री के रूप में कार्य किया। बाद में उन्होंने हरियाणा के भाजपा राज्य अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।

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