पंचकूला (हरियाणा), 6 अगस्त । हरियाणा के मुख्यमंत्री नायाब सैनी ने सोमवार को कहा कि देश में आदिकाल से गाय पूजनीय हैं। इसमें सभी देवी-देवताओं का वास होता है। देवताओं और असुरों के किये समुद्र मंथन में निकले 14 रत्नों में एक कामधेनु गाय भी है। गाय का किसी न किसी रूप में धर्म ग्रंथों में उल्लेख मिलता है। वेदों में भी इसका वर्णन मिलता है।
पंचकूला में आयोजित गौ सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय को माता का दर्जा दिया गया है। डायबिटीज के रोग में उपचार के लिए इसका दूध अत्यंत लाभकारी है। गाय का गोबर भारतीय चिकित्सा पद्धति के अनुसार, बड़ा उपयोगी माना गया है। गाय किसानों की आजीविका का मुख्य साधन भी है।
उन्होंने कहा कि बदलते इस समय में समाज की सोच में बदलाव आया है। गाय माता उपेक्षित होकर गली-गली में भटकने को मजबूर हो गई हैं। गौ माता के सम्मान में फिर से एकजुट होने की जरूरत है। गौ सुरक्षा के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने कड़े कानून बनाए हैं। गौ हत्या करने वाले पर 10 साल की कैद के साथ एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया। गौ तस्करी करने वाले अपराधियों को सात साल कैद और 70 हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया।
सीएम सैनी ने कहा कि साल 2014 में जब हरियाणा में भाजपा की सरकार बनी तो भाजपा सरकार ने हरियाणा गोवंश संरक्षण और गौ संवर्धन अधिनियम, 2015 लागू किया।
इससे पहले सोमवार को मंत्रिमंडल ने 24 फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद के संबंध में प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही सभी फसलों को एमएसपी पर खरीदने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना विस्तार को आज कैबिनेट ने मंजूरी दी है। इसके तहत अब एक लाख 80 हज़ार रुपये तक आय वाले भूमिहीन ग्रामीण परिवारों को प्लॉट दिए जाएंगे।