पंजाब सरकार जनवरी के मध्य में राज्य भर में अपनी मुख्यमंत्री सेहत बीमा योजना शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस योजना के लिए 15 जनवरी की संभावित लॉन्च तिथि तय की गई है, जिसके तहत प्रति परिवार प्रति वर्ष 10 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान किया जाएगा।
हालांकि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जुलाई में इस योजना की घोषणा की थी, लेकिन बीमा कंपनी को अंतिम रूप देने और अस्पतालों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया में व्यस्त रहने के कारण इसका कार्यान्वयन विलंबित हुआ। सरकार के सूत्रों ने द ट्रिब्यून को बताया है कि अब यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस को तीन करोड़ पंजाबियों को यह कैशलेस बीमा प्रदान करने के लिए शामिल किया गया है। इस योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों में 2,000 से अधिक चिकित्सा प्रक्रियाओं और सर्जरी को कवर किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमने अक्टूबर में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर तरनतारन और बरनाला में इस सार्वभौमिक स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए परिवारों का नामांकन शुरू किया था। लगभग 46,000 परिवारों, जिनमें 15 लाख सदस्य शामिल हैं, का नामांकन हो चुका है और उन्हें मुख्यमंत्री सेहत कार्ड दिए गए हैं। 1 जनवरी से ये कार्ड अन्य सभी जिलों में रहने वाले लोगों को भी जारी किए जाएंगे।” अनुमान है कि राज्य में 65 लाख परिवारों को इस योजना से लाभ मिलेगा।
सरकार इस कैशलेस स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए सूचीबद्ध किए जाने वाले अस्पतालों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है। जानकारी के अनुसार, लगभग 750 अस्पतालों को पहले ही सूचीबद्ध किया जा चुका है और सरकार योजना शुरू होने से पहले कुल 1,000 अस्पतालों को सूचीबद्ध करने पर विचार कर रही है।
जानकारी मिली है कि बीमा कंपनी 1 लाख रुपये तक के इलाज का खर्च वहन करेगी, जबकि शेष खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। बीमा कंपनी के साथ अनुबंध शुरू में दो साल की अवधि के लिए होगा।
गौरतलब है कि राज्य सरकार की पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई सर्वव्यापी स्वास्थ्य बीमा योजना, सरबत सेहत बीमा योजना के तहत, परिवारों को 5 लाख रुपये तक का कैशलेस बीमा मिल रहा था। नई योजना में बीमा कवर को दोगुना कर दिया गया है। इस योजना को लागू करने के लिए राज्य के बजट में इस वित्तीय वर्ष के लिए 778 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

