हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा है कि राज्य में शहरी स्वास्थ्य मिशन के कार्यान्वयन से शहरी गरीबों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव आ रहा है, जिसके तहत अब शहरों और कस्बों में उन्नत सुविधाओं के माध्यम से 12 एकीकृत प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।
मिशन की प्रगति साझा करते हुए, उन्होंने बताया कि राज्य में वर्तमान में 107 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएचसी) और 165 शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर (यूएएएम) कार्यरत हैं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि “गरीबी या बार-बार निवास स्थान बदलने के कारण कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे।”
मंत्री ने कहा कि सभी यूपीएचसी और यूएएएम को अब आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के रूप में उन्नत किया गया है, और प्रत्येक मंदिर 12 आवश्यक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं का पैकेज प्रदान करता है। इनमें मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवा, परिवार नियोजन, संचारी और गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और प्रबंधन, दंत एवं नेत्र देखभाल, मानसिक स्वास्थ्य सेवाएँ, वृद्धों के लिए उपशामक देखभाल और आपातकालीन सेवाएँ शामिल हैं।
इस पहल की शुरुआत को याद करते हुए, आरती सिंह राव ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जून 2013 में शुरू किया गया राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, “हरियाणा के शहरों और कस्बों में स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े सुधार ला रहा है।” यह मिशन शहरी गरीब समुदायों, जैसे झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले, दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा चालक, निर्माण मजदूर, कूड़ा बीनने वाले और सड़क पर रहने वाले बच्चों पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा कि झुग्गी-झोपड़ियों में नियमित आउटरीच गतिविधियाँ स्वस्थ आदतों के बारे में जागरूकता बढ़ा रही हैं, नियमित टीकाकरण को बढ़ावा दे रही हैं और आवश्यक मातृ एवं शिशु सेवाएँ सुनिश्चित कर रही हैं। सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिर समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए निःशुल्क आवश्यक दवाएँ, निदान, योग सत्र और टेली-परामर्श सेवाएँ भी प्रदान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ यूपीएचसी को विशेषज्ञ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में अपग्रेड किया गया है, जिससे नागरिकों को घर के नजदीक विशेषज्ञ परामर्श प्राप्त करने में सुविधा होगी। आरती सिंह राव कि स्वास्थ्य विभाग एक स्वस्थ, मजबूत और समावेशी हरियाणा के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है, जो किफायती स्वास्थ्य सेवा के लिए एक नया मानक स्थापित करेगा।

