मौसम विभाग ने 20 जुलाई से 23 जुलाई तक राज्य के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 23 जुलाई तक अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है, जबकि निचले पहाड़ी/मैदानी, मध्य पहाड़ी और आसपास के ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। वर्षा का यह दौर 21 जुलाई को चरम पर होगा।
21 जुलाई को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। चंबा, कुल्लू और शिमला जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। 22 जुलाई को सिरमौर और सोलन में भारी बारिश होने की संभावना है।
21 जुलाई को चंबा जिले में, 21 और 22 जुलाई को कुल्लू और शिमला में, 21 से 23 जुलाई तक बिलासपुर और सोलन में, 22 जुलाई को कांगड़ा और सिरमौर में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
ऊना, मंडी और हमीरपुर जिलों में 23 जुलाई तक आंधी-तूफान की संभावना है। विभाग ने भूस्खलन, जलभराव, कमजोर संरचनाओं को नुकसान और खराब दृश्यता की संभावना की चेतावनी दी है। विभाग ने लोगों को यातायात संबंधी सलाह का पालन करने और जल निकायों से दूर रहने की सलाह दी है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्य में 142 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। राज्य भर में 40 जलापूर्ति योजनाएँ और 26 वितरण ट्रांसफार्मर अभी भी बाधित हैं।
मानसून में अब तक कुल नुकसान 1,200 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है, जिसमें पीडब्ल्यूडी, जल शक्ति विभाग, बिजली, बागवानी और कृषि विभागों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है।