रांची, 18 अगस्त । झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने रविवार को ‘मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना’ औपचारिक तौर पर लॉन्च कर दी। पाकुड़ के गायबथान में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने जिले की 81 हजार महिलाओं के बैंक अकाउंट में डीबीटी के माध्यम से प्रत्येक को 1 हजार रुपए की राशि ट्रांसफर की।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में 48 लाख महिलाओं के बैंक खाते में इसी महीने राशि भेज दी जाएगी। अगले महीने से 15 तारीख के पहले नियमित रूप से यह सहायता राशि भेजी जाएगी।
हेमंत सोरेन ने कहा कि शुरुआत से ही हमारी सोच रही है कि चुनौतियों से जूझ रही राज्य की आधी आबादी की जिंदगी आसान बनाई जाए। अगर परिस्थितियां अनुकूल होती तो यह योजना एक साल पहले धरातल पर उतर गई होती। कई ऐसे तत्व हैं, जिनकी कोशिश होती है कि राज्य सरकार की योजनाओं में रोड़ा अटकाया जाए। ऐसे लोगों से हम सभी को सावधान रहने की जरूरत है।
सरकार के कामकाज को गिनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने किसानों के 2 लाख रुपए तक के कर्ज माफ करने का निर्णय लिया है। राज्य के सरकारी स्कूलों में अध्यनरत छात्राओं को सावित्रीबाई फुले समृद्धि योजना का लाभ मिल रहा है। शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए मॉडल स्कूल का संचालन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत लोगों को अनुदानित दर पर ऋण उपलब्ध कराकर रोजगार से जोड़ने का काम निरंतर चल रहा है। खाद्य सुरक्षा योजना से आच्छादित सभी परिवारों को साल में दो बार वस्त्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
बता दें कि सोरेन ने पाकुड़ के गायबथान नामक जिस गांव में आयोजित कार्यक्रम में इस योजना को लॉन्च किया, वहां पिछले दिनों कुछ आदिवासी परिवारों के साथ जमीन विवाद को लेकर मारपीट की घटना हुई थी।
इस घटना को विपक्ष ने बड़ा मुद्दा बनाया था। पिछले दिनों असम के सीएम और झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने गायबथान गांव का दौरा किया था और हेमंत सोरेन सरकार पर आदिवासियों को सुरक्षा देने में विफलता का आरोप लगाया था।