ऊना, 29 जून मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज ऊना जिले के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के अघ्लौर में 10 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना की आधारशिला रखी। यह परियोजना तीन महीने में 19 हेक्टेयर भूमि पर बनकर तैयार हो जाएगी। चालू होने के बाद, सौर संयंत्र से हर साल 22.73 मिलियन यूनिट बिजली पैदा होने और 8 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व मिलने की उम्मीद है।
हरित हाइड्रोजन के लिए समझौते पर हस्ताक्षर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने हरित हाइड्रोजन उत्पादन के लिए आईओसी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं और सौर ऊर्जा के दोहन पर जोर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा उत्पादन को निजी क्षेत्र के लिए भी खोल दिया गया है तथा प्रारम्भ में 200 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
परियोजना के मापदंडों के अनुसार, इससे हर साल 791 टन कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊना जिले में यह दूसरी सौर ऊर्जा परियोजना है, पेखुबेला गांव में पहली 32 मेगावाट की परियोजना का उद्घाटन इसी महीने की शुरुआत में किया गया था। उन्होंने कहा कि यह परियोजना छह महीने में पूरी हुई और इससे सालाना 20 करोड़ रुपये की आय होगी।
सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक बिजली संपन्न राज्य है, लेकिन फिर भी उसने अक्तूबर से मार्च तक लगभग 1,500 करोड़ रुपये की लागत से खुले बाजार से बिजली खरीदी, क्योंकि नदियों में जल स्तर घटने के कारण सर्दियों के दौरान जलविद्युत परियोजनाओं में बिजली उत्पादन कम हो जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए ऑयल इंडिया कंपनी के साथ समझौता किया है। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के दोहन पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, “सौर ऊर्जा उत्पादन को निजी क्षेत्र के लिए भी खोल दिया गया है।”
सुखू ने कहा कि राज्य को जलविद्युत परियोजनाओं में केवल 12 प्रतिशत रॉयल्टी मिल रही है, जो अपर्याप्त है। उन्होंने कहा कि हालांकि सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड ने अघ्लौर में सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित करने की मंशा व्यक्त की थी, लेकिन राज्य सरकार ने इसे अपने स्तर पर चालू करने का फैसला किया।
सुखू ने आरोप लगाया कि जय राम ठाकुर ने राज्य के संसाधनों को लूटा है, जबकि वर्तमान सरकार इन संसाधनों को बचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल में लोगों के कल्याण के लिए कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए हैं और इस दौरान 2200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय हुई है।