मानसून सत्र शुरू होने से पहले आज यहां मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई।
विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हमलों का जवाब देने की रणनीति बनाने के लिए मुख्यमंत्री के सरकारी आवास ओक ओवर में यह बैठक हुई। बैठक में सभी मंत्री, विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, पार्टी विधायक और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) अध्यक्ष प्रतिभा चौहान मौजूद थीं।
मानसून सत्र आज से शुरू होकर 2 सितंबर को समाप्त होगा, जिसमें कुल 12 बैठकें होंगी।
अब तक विधानसभा को विधायकों से 981 प्रश्न प्राप्त हुए हैं, इसके अलावा नियम 62 और नियम 130 के तहत बहस के लिए 13-13 नोटिस तथा नियम 101 के तहत छह नोटिस प्राप्त हुए हैं।
कांग्रेस, मोदी सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश के लिए विशेष वित्तीय पैकेज की घोषणा न करने पर भाजपा को घेरने की कोशिश करेगी, क्योंकि भारी बारिश के कारण निजी और सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है। राज्य सरकार विधानसभा में एक प्रस्ताव भी पेश करने वाली है, जिसमें केंद्र से क्षतिग्रस्त बुनियादी ढाँचे, खासकर सड़कों, पुलों और जलापूर्ति योजनाओं की बहाली में मदद के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा करने का आग्रह किया जाएगा।
सदन में कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाने की संभावना है। बागवानी और कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति के मुद्दे पर गतिरोध के कारण काफी गहमागहमी होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि मंत्रिमंडल में चर्चा के बाद नया विधेयक लाने का निर्णय लिया गया है, क्योंकि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने पहले पारित विधेयक को कुछ आपत्तियों के साथ वापस कर दिया है