विधानसभा में आज मानसून सत्र के पहले दिन 1980-85 के दौरान ऊना के चिंतपूर्णी से पूर्व विधायक गणेश दत्त भरवाल के निधन पर शोक व्यक्त किया गया।
सदन ने दलगत भावना से ऊपर उठकर सदस्यों द्वारा दी गई श्रद्धांजलि के दौरान भरवाल के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की, जिनका 20 जुलाई 2025 को 76 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों की सेवा में भरवाल के अमूल्य योगदान को राज्य याद रखेगा। उन्होंने कहा, “उन्होंने अपने क्षेत्र के लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा की और अपनी मृत्यु तक ऐसा करते रहे।” मुख्यमंत्री ने मानसून के कारण हुई मौतों पर भी दुख व्यक्त किया।
स्पीकर कुलदीप पठानिया ने कहा कि भरवाल ने न केवल विधायक के रूप में, बल्कि अपनी अंतिम सांस तक अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की सेवा की। उन्होंने बेहतरी सुनिश्चित करने में योगदान दिया।उन्होंने कहा कि यह गरीबों, दलितों और महिलाओं के लिए है।
नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने भरवाल के निधन पर शोक व्यक्त किया, जिन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों और विशेष रूप से ओबीसी समुदाय, जिससे वे आते थे, की सेवा जीवनपर्यंत की। ठाकुर ने मानसून के दौरान 200 से अधिक लोगों के निधन पर भी शोक व्यक्त किया, जिनमें उनके निर्वाचन क्षेत्र सेराज के 31 लोग शामिल हैं।
कृषि मंत्री चंद्र कुमार, चिंतपूर्णी के विधायक सुदर्शन बब्लू, गगरेट के विधायक राकेश कालिया, ऊना के विधायक सतला सत्ती और कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा ने भी शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।