राजकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल द्वारा आयोजित अंतर-महाविद्यालय उत्सव इरप्शन-2025 के जीवंत समापन समारोह में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने युवाओं से नशे के खिलाफ लड़ाई में हाथ मिलाने का आह्वान किया। जागरूकता और एकता के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा प्रेरित नशा विरोधी अभियान केवल एक मिशन नहीं बल्कि एक आंदोलन है और इसकी सफलता के लिए छात्रों की सक्रिय भूमिका महत्वपूर्ण है।
राज्यपाल ने कहा, “हिमाचल ईमानदारी और सादगी की भूमि है, जिसका कुछ असामाजिक ताकतें फायदा उठाने की कोशिश करती हैं। हमें इस बढ़ती बुराई को खत्म करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।” उन्होंने अभियान में सक्रिय भागीदारी के लिए आईजीएमसी के डॉक्टरों के संघ ‘मेडीविजन’ के योगदान की भी सराहना की।
कार्यक्रम में बोलते हुए राज्यपाल शुक्ला ने शिक्षा और संस्कृति के शक्तिशाली मिश्रण पर जोर दिया और कहा कि इरप्शन जैसे उत्सव इस तालमेल को खूबसूरती से प्रदर्शित करते हैं। उन्होंने रचनात्मक और ऊर्जावान कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कॉलेज प्रबंधन और छात्र परिषद की प्रशंसा की, साथ ही प्रभावशाली सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रतिभा का जीवंत प्रदर्शन एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को दर्शाता है।
प्रदर्शन और उनके जुनून से प्रभावित होकर उन्होंने ऐसी कलात्मक पहलों को समर्थन और प्रोत्साहन देने के लिए अपने विवेकाधीन कोष से 2 लाख रुपए का योगदान देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, “इरप्शन सिर्फ़ संस्कृति या शिक्षा का उत्सव नहीं है – यह प्रतिभा, टीमवर्क, नेतृत्व और सामूहिक दृष्टि का मंच है।”
उन्होंने ऐसे मंचों की भूमिका पर प्रकाश डाला, जिससे समग्र व्यक्तित्व का निर्माण होता है तथा छात्रों को कक्षाओं से परे संगीत, कला और नेतृत्व की खोज करने का अवसर मिलता है।