क्षेत्र में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए एक बड़े कदम के रूप में, बागवानी विभाग चालू मानसून सीजन के दौरान कांगड़ा जिले के किसानों के बीच 60,000 फलदार पौधे वितरित करेगा।
विभाग के उप निदेशक सुरेंद्र राणा ने बताया कि विभिन्न प्रखंडों में पौधों का आवंटन पहले ही शुरू हो चुका है। इस पहल में आम, लीची, अमरूद, आंवला, नींबू, कटहल, पपीता, जामुन और अंजीर जैसी विभिन्न प्रकार की फल देने वाली प्रजातियाँ शामिल हैं, जिनकी खेती जिले भर में विभाग द्वारा संचालित नर्सरियों में की जा रही है।
राणा ने कहा, “वितरण मांग के आधार पर किया जाएगा और हमारी टीमें हर ब्लॉक तक समय पर डिलीवरी सुनिश्चित कर रही हैं।” उन्होंने आगे कहा कि विभाग व्यापक रूप से अपनाने को प्रोत्साहित करने के लिए बाजार मूल्य से कम दरों पर उच्च गुणवत्ता वाले पौधे उपलब्ध कराता रहेगा।
राणा ने बताया कि इस साल खट्टे फलों की ख़ासी माँग है। उन्होंने कहा, “हम कम से कम 23,320 खट्टे फलों के पौधे, 2,450 आम, 1,000 लीची और हज़ारों अमरूद, आंवला, पपीता, अनार, कटहल और अन्य फलों के पौधे वितरित कर रहे हैं।”
सेब की खेती की स्थिति के बारे में राणा ने बताया कि वर्तमान में कांगड़ा ज़िले में 563 हेक्टेयर ज़मीन पर सेब की खेती हो रही है – स्पर और स्टैंडर्ड दोनों तरह की। हालाँकि, अचानक मौसम में आए उतार-चढ़ाव और बंदरों व कीटों से हुए नुकसान के कारण निचले इलाकों में सेब की खेती अच्छी नहीं रही है।
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