महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके में इन दिनों तेज धूप और लू का कहर जारी है। बढ़ते तापमान से न सिर्फ इंसान बल्कि जानवर भी परेशान हैं। इस भीषण गर्मी से जानवरों को राहत देने के लिए नागपुर के महाराजबाग चिड़ियाघर में खास इंतजाम किए गए हैं। इस चिड़ियाघर में 200 से ज्यादा वन्यजीव हैं, जिनमें बाघ, तेंदुआ, भालू, हिरण, मगरमच्छ और अजगर शामिल हैं। इन सभी को गर्मी से बचाने के लिए विशेष व्यवस्थाएं शुरू की गई हैं।
चिड़ियाघर में बाघ और तेंदुओं के पिंजरों में ग्रीन नेट लगाए गए हैं, ताकि धूप सीधे अंदर न पहुंचे। इसके अलावा पिंजरों को बोरे से ढका गया है और इन बोरों को लगातार पानी से गीला किया जा रहा है, जिससे तापमान कम रहे। तेंदुओं के पिंजरों में तो ग्रीन नेट के साथ-साथ कूलर भी लगाए गए हैं, ताकि पिंजरे के अंदर का माहौल ठंडा बना रहे। वहीं, भालुओं को राहत देने के लिए समय-समय पर पानी के फव्वारे छोड़े जा रहे हैं, जिससे उन्हें ठंडक मिले। हिरण और अन्य जानवरों के लिए भी छाया और पानी की व्यवस्था की गई है।
महाराजबाग चिड़ियाघर के प्रबंधक ने बताया कि नागपुर का तापमान इन दिनों 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच गया है। ऐसे में जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए ये कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा, “हम जानवरों को ठंडा रखने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। उनके खाने में ग्लूकोज मिलाया जा रहा है और तरबूज जैसे ठंडे फल भी दिए जा रहे हैं, ताकि उनकी सेहत बनी रहे।”
प्रबंधक ने यह भी बताया कि सभी जानवरों की देखभाल के लिए कर्मचारी दिन-रात काम कर रहे हैं।
विदर्भ में पिछले कुछ दिनों से गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। तेज धूप और लू की वजह से न सिर्फ चिड़ियाघर के जानवर, बल्कि जंगल में रहने वाले वन्यजीव भी प्रभावित हो रहे हैं। हालांकि, चिड़ियाघर प्रशासन ने समय रहते ये इंतजाम कर लिए हैं, ताकि जानवरों को किसी तरह की परेशानी न हो। स्थानीय लोगों ने भी इन प्रयासों की सराहना की है।
चिड़ियाघर में आने वाले पर्यटक भी इन व्यवस्थाओं को देखकर खुश हैं। एक पर्यटक ने कहा, “गर्मी बहुत ज्यादा है, लेकिन यहां जानवरों के लिए अच्छा इंतजाम किया गया है। यह देखकर राहत मिलती है।” चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि जब तक गर्मी कम नहीं होती, ये विशेष व्यवस्थाएं जारी रहेंगी।
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