फल उत्कृष्टता केंद्र, मांगेआना, सिरसा में नर्सरी एवं नींबू फसल छत्र प्रबंधन पर तीन दिवसीय भारत-इजराइल प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। बागवानी विभाग के उपनिदेशक एवं केंद्र प्रभारी डॉ. सतबीर शर्मा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में आए अधिकारियों का स्वागत किया तथा केंद्र में किसानों के लाभ के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के साथ-साथ नर्सरी एवं बाग क्षेत्रों में उपयोग की जाने वाली आधुनिक तकनीकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
विषय विशेषज्ञ एवं नर्सरी प्रभारी डॉ. रिंकू ने नर्सरी क्षेत्र में पौध तैयार करने एवं प्रबंधन पर प्रस्तुतिकरण दिया। इस अवसर पर डॉ. रमेश कुमार सग्गी, डॉ. रमेश कुमार छापोला, डॉ. रिंकू रानी, बागवानी पर्यवेक्षक डॉ. शिवानी एवं बागवानी विकास अधिकारी डॉ. अनुज गोदारा भी उपस्थित थे।
प्रशिक्षण सत्र में दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, त्रिपुरा और उत्तर प्रदेश के बागवानी विभागों के 27 अधिकारी शामिल हुए। शेफायम कृषि प्रशिक्षण केंद्र के इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख युवाल एलाजार, कृषि अताशे उरी रुबिनस्टीन और इजरायल दूतावास के परियोजना अधिकारी डॉ. ब्रह्मदेव ने अतिथि अधिकारियों का स्वागत किया।
प्रशिक्षण के दौरान, उरी रुबिनस्टीन ने प्रशिक्षकों के साथ इज़राइल में मशीनीकृत कैनोपी प्रबंधन पर अपने अनुभव साझा किए। कोटा, राजस्थान के कृषि अधिकारी डॉ. शिवेंदु प्रताप सिंह सोलंकी और डॉ. हेमंत कुमार ने प्रशिक्षण, प्रूनिंग प्रबंधन और नींबू और अनार की फसलों की तकनीकों पर अपने विचार साझा किए।
सत्र का उद्देश्य उन्नत तकनीकों का उपयोग करके नींबू की फसलों और नर्सरियों के प्रबंधन में बागवानी अधिकारियों के कौशल को बढ़ाना था।
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