जयपुर, 13 अक्टूबर । पेपर लीक मामले में शुक्रवार सुबह ईडी ने राजस्थान में कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की। इसके बाद शाम को आयकर विभाग और ईडी की टीम ने जयपुर के गणपति प्लाजा पर छापेमारी की।
भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने पिंक सिटी प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान सांसद ने कहा कि ईडी ने पेपर लीक मामले में सुरेश ढाका की दोस्त स्पर्धा चौधरी के आवास पर छापेमारी की।
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, ”मैंने पहले ही मीडिया को भी बता दिया है कि पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी सुरेश ढाका को अशोक गहलोत की पुलिस गिरफ्तार नहीं करना चाहती, क्योंकि अगर सुरेश ढाका पकड़ा गया तो कांग्रेस के दर्जनों विधायक और आधा दर्जन मंत्रियों के नाम सार्वजनिक हो जाएंगे। इसीलिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मामले को आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा की गिरफ्तारी तक सीमित कर इस जांच को रोक दिया है।”
ईडी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी दिनेश खोडनिया के आवास पर भी छापेमारी की। उन्होंने कहा, ”मैंने एजेंसियों को पेपर लीक में उसकी संलिप्तता के बारे में सूचित किया था।”
उन्होंने कहा कि दिनेश खोडनिया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के काले धन के सचिव हैं।
बाबूलाल कटारा को अशोक गहलोत को 1 करोड़ रुपए देकर आरपीएससी में नियुक्त किया गया और दिनेश खोडनिया को आरपीएससी चेयरमैन संजय कुमार श्रोत्रिय के माध्यम से वरिष्ठ शिक्षक का पेपर तैयार करने की जिम्मेदारी मिली थी।
किरोड़ी लाल मीणा ने आगे कहा कि दिनेश खोडनिया और आरपीएससी चेयरमैन की मदद से पेपर लीक हुआ। इन्होंने मिलकर लगातार पेपर लीक करवाए हैं। मेरी मांग है कि आरपीएससी चेयरमैन से तुरंत पूछताछ की जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए।
बाद में, मीणा मीडियाकर्मियों के साथ गणपति प्लाजा पहुंचे, जिसके अंदर कई लॉकर हैं।
उन्होंने कहा कि इन लॉकरों में अशोक गहलोत सरकार से जुड़े लोगों ने भ्रष्टाचार (जेजेएम घोटाला स्कैम, डीओआईटी घोटाला) से कमाया हुआ पैसा रखा है। पेपर लीक होने के कारण इन लॉकरों में काला धन जमा किया जाता है। मैं कहता हूं कि इन लॉकरों में 500 करोड़ रुपये और 50 किलो सोना है।