केदारनाथ, 16 नवंबर । उत्तराखंड के केदारनाथ विधानसभा सीट पर हो रहे उपुचनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा के नेता चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं।
भाजपा जहां विकास के तमाम दावे कर रही है, वहीं कांग्रेस पार्टी केदारनाथ में आई आपदा को लेकर जनता के बीच में जाने का काम कर रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने केदारनाथ विधानसभा सीट पर जीत का दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग अगर आपदा की बात करें, तो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण लगता है। उनकी सरकार के दौरान जो आपदा आई थी, उन्होंने किस प्रकार से काम किया, जनता भूली नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर केदारनाथ के अंदर तमाम विकास के काम हुए है। केदारनाथ विधानसभा की जनता भाजपा के उम्मीदवार को जिताने का काम करेगी।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस का इतिहास आपदा में भी अवसर तलाशने का रहा है। जिस समय केदारनाथ धाम में आपदा आई थी उस समय सूबे के मुख्यमंत्री पहले आदमी थे जो आपदा का जायजा लेने के लिए केदारनाथ पहुंचे थे। केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण का कार्य तेजी के साथ चल रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केदारनाथ धाम से विशेष लगाव है, जिसकी वजह से आज केदार घाटी को पूरी तरह से विकसित किया जा चुका है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वह आपदा के मुद्दे को लेकर जनता में भ्रम फैलाने का काम कर रही है, लेकिन केदारनाथ की जनता कांग्रेस के बहकावे में नहीं आने वाली है। झूठ की राजनीति को जनता ने नकारने का मन बना लिया है।
उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस पार्टी ने मनोज रावत को उम्मीदवार बनाया है, तो वहीं भाजपा ने आशा नौटियाल को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
दरअसल केदारनाथ विधानसभा सीट भाजपा विधायक शैला रानी रावत के निधन के कारण रिक्त हुई थी। केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।