शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने 2023 के एक रेस्तरां विस्फोट मामले में उन्हें झूठा फंसाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों से छेड़छाड़ की और दावा किया कि घटनास्थल से आरडीएक्स के नमूने मिले हैं।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के कार्यालय पर एक “षड्यंत्र” का आरोप लगाते हुए गांधी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि शिमला में एक भोजनालय में “साधारण” गैस रिसाव विस्फोट को आतंकवादी कृत्य के रूप में पेश करने का प्रयास किया गया।
18 जुलाई 2023 की शाम को शिमला शहर के मध्य में मॉल रोड के पास मिडल बाजार में एक भोजनालय में हुए विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 से अधिक घायल हो गए।
यह दूसरी बार है जब राहुल गांधी ने राज्य के शीर्ष अधिकारियों पर आरोप लगाए हैं। एसपी ने 24 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व डीजीपी संजय कुंडू और अतुल वर्मा के साथ-साथ मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना पर भी गंभीर आरोप लगाए थे।
इसमें उन्होंने तत्कालीन डीजीपी वर्मा पर सार्वजनिक रूप से हमला करते हुए कहा था कि उन्होंने एचपीपीसीएल कर्मचारी विमल नेगी की मौत की एसआईटी जांच पर “भ्रामक रिपोर्ट” दायर की थी। डीजीपी वर्मा ने बाद में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) ओंकार शर्मा को एक पत्र लिखकर गांधी के निलंबन की मांग की। कुछ दिनों बाद गांधी, वर्मा और शर्मा को छुट्टी पर भेज दिया गया।
सोमवार को एसपी गांधी ने कहा कि फोरेंसिक विशेषज्ञों और राज्य सीआईडी ने साबित कर दिया है कि शिमला रेस्टोरेंट मामला गैस रिसाव का मामला था।
गांधी ने कहा कि फोरेंसिक विशेषज्ञों के अनुसार, विस्फोट 10 किलोग्राम गैस लीक होने से हुआ। हालांकि, पांच दिन बाद (घटना के बाद), एनएसजी को बुलाया गया, जिसने शिमला पुलिस के साथ किसी भी समन्वय के बिना तीन दिनों तक घटनास्थल का निरीक्षण किया, उन्होंने दावा किया।
2023 के मामले का जिक्र करते हुए गांधी ने कहा कि घटनास्थल से लिए गए नमूनों को गवाहों के सामने सील नहीं किया गया था। एसपी ने दावा किया कि बाद में एनएसजी ने रिपोर्ट दर्ज की कि यह एक “आतंकवादी घटना” थी जिसमें इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) और आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया था।
गांधी ने कहा कि इसके बाद तत्कालीन डीजीपी ने मुख्य सचिव को पत्र भेजकर कहा कि शिमला पुलिस की ओर से लापरवाही बरती गई है। एसपी ने दावा किया कि उनके खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई गई है।
उन्होंने कहा कि सीआईडी ने भी घटना की जांच पूरी कर ली है और पाया है कि विस्फोट गैस रिसाव के कारण हुआ था। उन्होंने कहा कि इसमें आरडीएक्स या आईईडी का इस्तेमाल नहीं किया गया था।
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