हैदराबाद, 13 अगस्त । तेलंगाना के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने रंगारेड्डी जिले के संयुक्त कलेक्टर और एक वरिष्ठ सहायक को 8 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा।
एसीबी निदेशक सीवी आनंद ने मंगलवार को बताया कि एसीबी ने ज्वाइंट कलेक्टर एमवी भूपाल रेड्डी और वरिष्ठ सहायक वाई मदन मोहन रेड्डी को गिरफ्तार किया है। ये अपने पद का दुरुपयोग कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “दोनों को 14 गुंठा जमीन को प्रतिबंधित सूची से हटाने के लिए शिकायतकर्ता से आठ लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। दोनों ने बिना किसी को बताए पैसे लेने के लिए कई सावधानियां बरतीं। लेकिन हमारी टीमें एक कदम आगे रहीं और पूरी रात रणनीति बनाकर उन्हें पकड़ लिया।”
यह घटना बीआरएस सरकार द्वारा शुरू किए गए धरणी पोर्टल के कारण उत्पन्न होने वाली समस्याओं को भी उजागर करती है। इसका उद्देश्य भूमि पंजीकरण की प्रक्रिया को आसान बनाना था।
कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणापत्र में रिकॉर्ड ऑफ राइट्स (आरओआर) अधिनियम में संशोधन कर धरणी को खत्म करने और इसके स्थान पर ‘भूमाता’ पोर्टल लाने का वादा किया था।
राजस्व अधिकारियों के अनुसार, धरणी पोर्टल पर लगभग 3.50 लाख शिकायतें प्राप्त हुई हैं। एसीबी ने सोमवार को जनगांव जिले के पलाकुर्ती सेक्शन के असिस्टेंट इंजीनियर (एई) गुगुलोथ गोपाल को ट्रैप कर गिरफ्तार किया। वह गुदीकुंटा थांडा ग्राम पंचायत के विशेष अधिकारी भी हैं।
टीम ने उन्हें गुदीकुंटा थांडा की ओर से बिलों पर हस्ताक्षर करने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए शिकायतकर्ता से छह हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया था।
एसीबी निदेशक ने सोमवार को यह भी घोषणा की कि नालगोंडा, हैदराबाद सिटी-1 और हैदराबाद ग्रामीण की सतर्कता और प्रवर्तन टीमों ने अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में कई छापे मारे। इस कारण 19.6 लाख रुपये मूल्य का 55.5 टन पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) चावल जब्त किया गया। वाहनों को जब्त करने के अलावा, नियमों का उल्लंघन करने और बिना बिल के माल परिवहन के लिए लगभग 9,65,599 रुपये का टैक्स लगाया गया।