नई दिल्ली, 5 सितंबर । वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर विस्तार से विचार करने के लिए बनाई गई जेपीसी की बैठक संसद भवन परिसर में शुरू हो गई है।
बैठक से पहले मीडिया से बात करते हुए जेपीसी के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने बताया कि आज की बैठक में आवास एवं शहरी कार्य, रेलवे और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालयों के प्रतिनिधियों को वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर अपना-अपना प्रजेंटेशन रखने के लिए बुलाया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि इन तीनों मंत्रालयों के प्रतिनिधि जेपीसी की बैठक में ‘वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024’ के प्रावधानों पर अपना-अपना मौखिक साक्ष्य रखेंगे। इस विधेयक पर सभी हितधारकों के साथ बात करने के लिए जेपीसी का गठन किया गया है। अब तक की बैठकों में बहुत सारे हितधारकों के साथ बातचीत हो चुकी है।
जेपीसी की यह कोशिश है कि इस कानून से जुड़े तमाम हितधारकों के साथ बातचीत की जाए। दिल्ली से बाहर निकलकर विभिन्न राज्यों में जाकर भी हम हितधारकों के साथ बातचीत करेंगे।
जगदंबिका पाल ने आगे कहा कि सरकार ने इस विधेयक को जेपीसी के पास भेजा है, इसलिए हमारा उद्देश्य यह है कि एक ऐसा बिल लेकर आएं जो वक्फ के उद्देश्यों को साकार करते हुए गरीबों, महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य एवं शिक्षा के लिए फायदेमंद हो।
बता दें कि इससे पहले हुई जेपीसी की दोनों बैठकें काफी हंगामेदार रही थी। बैठकों में भाजपा और विपक्षी सांसदों के बीच जमकर तकरार और वाद-विवाद हुआ था। जेपीसी की चौथी बैठक शुक्रवार को होगी।
शुक्रवार की बैठक में संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी वक्फ विधेयक पर अपना पक्ष रखेंगे। जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया और तेलंगाना वक्फ बोर्ड जैसे मुस्लिम संगठनों को भी जेपीसी ने शुक्रवार की बैठक में बुलाया है।
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