मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के रायश्री गांव में आयोजित ग्राम चौपाल में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बार फिर अपने अलग अंदाज से सबका दिल जीत लिया। वे गांव वालों से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान गांव की महिलाओं ने पारंपरिक लोकगीत गाए, जिन्हें सुनकर सिंधिया इतने खुश हुए कि वे खुद को रोक न सके और झूम उठे। उनकी यह सादगी और उत्साह देखकर वहां मौजूद लोग भी हैरान रह गए।
चौपाल में महिलाओं के प्रदर्शन से प्रभावित होकर सिंधिया ने एक खास पहल की। उन्होंने अपने हाथों से पकौड़े परोसकर सभी महिलाओं को खिलाए। यह नजारा ग्रामीणों के लिए यादगार बन गया। आमतौर पर बड़े नेताओं को औपचारिक अंदाज में देखने वाले ग्रामीणों के लिए यह एक नया अनुभव था। सिंधिया का यह व्यवहार उनकी जनता से जुड़ाव की भावना को दर्शाता है। महिलाओं ने भी उनकी इस दरियादिली की जमकर तारीफ की और कहा कि ऐसा लगता है जैसे वे उनके परिवार का हिस्सा हों।
ग्राम चौपाल का आयोजन ग्रामीणों की समस्याएं सुनने और सरकार की योजनाओं को पहुंचाने के लिए किया गया था। इस दौरान सिंधिया ने गांव वालों से उनकी परेशानियां जानीं और उन्हें सरकारी योजनाओं के बारे में बताया। लेकिन उनका लोकगीतों पर झूमना और पकौड़े परोसना इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बन गया। ग्रामीणों ने कहा कि सिंधिया का यह अंदाज उन्हें बाकी नेताओं से अलग करता है।
इससे पहले 31 मार्च को मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने संसदीय क्षेत्र मध्य प्रदेश के गुना के दौरे पर थे। उन्होंने यहां भी आम जनता की समस्याओं को सुना था और प्रशासन को उनके निराकरण के निर्देश दिए थे।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना के बमोरी का भी दौरा किया था। यहां पर उन्होंने आम जनता से सीधे संवाद किया था। इस दौरान क्षेत्र के लोगों ने अपनी समस्याएं उनके सामने रखीं थीं, जिस पर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वे संबंधित लोगों की समस्याओं का जल्दी निराकरण करें।
केंद्रीय मंत्री आदिवासियों के बीच पहुंचकर उनके ही रंग में रंग गए थे। उन्होंने आदिवासियों के साथ जमकर नृत्य किया था। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था, ”आदिवासी संस्कृति की झलक- प्रेम, उत्सव और अपनापन।”
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