मुंबई, हाल ही में हरिद्वार के दौरे पर गई एक्ट्रेस कंगना रनौत ने साझा किया कि शादी दो दिलों के बीच होती है और अगर दो लोग एक-दूसरे से बंधे हैं, तो उनका जेंडर कोई मायने नहीं रखता।
भारत में समलैंगिक शादियों को कानूनी मंजूरी देने की याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद कंगना से इस बारे में सवाल किया गया था।
कंगना ने कहा, जो शादी होती है, वो दिल के रिश्ते होते हैं, ये सब ही जानते हैं। जब लोगो के दिल मिल गए हैं, बाकी कुछ लोगो की जो प्रेफरेंस है, उसमें हम क्या बोल सकते हैं।
कंगना ने इससे पहले ट्विटर पर सुप्रीम कोर्ट में चल रहे समलैंगिक विवाह मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए थे।
उन्होंने लिखा: चाहे आप एक पुरुष, महिला या कुछ और हों, आपके जेंडर का आपके अलावा किसी और के लिए कोई महत्व नहीं है, कृपया समझें। आज के समय में हम अभिनेत्रियों या महिला निर्देशकों जैसे शब्दों का भी उपयोग नहीं करते हैं, हम उन्हें एक्टर्स और डायरेक्टर्स कहते हैं। आप दुनिया में क्या करते हैं यह आपकी पहचान है, न कि आप बिस्तर में क्या करते हैं।
एक्ट्रेस ने आगे कहा: अपनी सेक्शुअल पसंद को बिस्तर तक ही रखें। उसे अपना आईडी कार्ड या मेडल बनाकर हर जगह मत दिखाओ। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हर उस व्यक्ति का गला काटने के लिए छुरी लेकर न घूमें जो आपके जेंडर से सहमत नहीं है।
मैं फिर कह रही हूं कि आपका जेंडर आपकी पहचान नहीं है, इसे इस तरह से न बनाएं। मैं ग्रामीण क्षेत्र की महिला हूं, जीवन ने मुझे कोई रियायत नहीं दी। मैंने अभिनेताओं, फिल्म निर्देशकों, निमार्ताओं और लेखकों की दुनिया में अपनी जगह बनायी।