धर्मशाला, 11 जनवरी कांगड़ा जिले की रक्कड़ तहसील की सर पंचायत के निवासी प्रवीण सिंह लोहिया को आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्हें माउंट एवरेस्ट और माउंट कॉमेट सहित 25 से अधिक चोटियों पर दो बार फतह हासिल करने के लिए यह सम्मान दिया गया था।
प्रवीण लोहिया बीएसएफ में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर बीएसएफ एडवेंचर इंस्टीट्यूट, देहरादून में तैनात हैं। प्रवीण ने 20 मई 2006 और 20 मई 2018 को माउंट एवरेस्ट चोटी पर फतह हासिल की थी। रक्कड़ के रिश्तेदारों, ग्रामीणों और स्थानीय निवासियों ने प्रवीण को सम्मान मिलने पर खुशी जताई है।
प्रवीण के पिता उत्तम चंद और माता कृष्णा देवी ने कहा कि यह उनके लिए गर्व का क्षण है क्योंकि उनके बेटे को यह सम्मान मिला है। प्रवीण की पत्नी सीमा कुमारी, बेटे और भाई ने भी उनकी उपलब्धि पर खुशी जताई है.
प्रवीण 2013 में उत्तराखंड में आई आपदा के दौरान राहत और पुनर्वास टीम का भी हिस्सा थे। इसके लिए उन्हें उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था। प्रवीण 30 दिसंबर 1993 को बीएसएफ में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे।
प्रवीण ने माउंट एवरेस्ट (दो बार), माउंट कामेट, कंचनजंगा-कैंप 3, चंद्रभागा, सासेर कांगड़ी, हनुमान टिब्बा, माउंट जोगिन, माउंट माना, माउंट सतोपंथ और माउंट अभिगामिन जैसी चोटियों पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने परवीन को बधाई दी है.