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कर्नाटक भाजपा ने मैसुरू भूमि घोटाले को लेकर विधानसभा के अंदर दिया धरना

Karnataka BJP staged a protest inside the assembly regarding Mysuru land scam.

बेंगलुरु, 25 जुलाई । कर्नाटक के भाजपा विधायकों ने मैसुरू शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) भूमि घोटाले को लेकर बुधवार शाम दोनों सदनों में रात भर के धरने की शुरुआत की। यह मामला कथित तौर पर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के परिवार से जुड़ा है।

भाजपा विधायक और विधान परिषद के सदस्य क्रमशः विधानसभा और विधान परिषद के अंदर धरने पर बैठ गए और विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। विधान परिषद में भाजपा सदस्य प्रवेश द्वार पर बैठे और हाथों में तख्तियां लेकर कर्नाटक सरकार के खिलाफ नारे लगाए।

विधान परिषद के सदस्यों ने भजनों के माध्यम से कथित मामलों में संलिप्तता के लिए सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए। विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष चलवडी नारायण भी मौजूद थे।

तख्तियों पर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार की तस्वीरें थीं। उन पर सिद्दारमैया को “बेहद भ्रष्ट” बताया गया था और सरकार पर “घोटालों की एक श्रृंखला” में शामिल होने का आरोप लगाया गया था।

कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक ने कहा कि एमयूडीए भूमि मामले में सिद्दारमैया के परिवार और उनके समर्थकों को चार हजार करोड़ रुपये की जमीन आवंटित की गई है। उन्होंने इसे खुली लूट बताया। उन्होंने दावा किया कि जमीन दलितों की थी और जमीन का रूपांतरण और हस्तांतरण धोखाधड़ी से किया गया था।

आर. अशोक ने कहा, “इन साइटों के बंटवारे के बाद, सिद्दारमैया के परिवार ने कथित तौर पर जमीन की रजिस्ट्री करवा ली। लूट साफ है, और विरोध शुरू हो गया है।”

उन्होंने कहा कि राज्य के संसाधन राज्य के लोगों के होने चाहिए और सिद्दारमैया के परिवार या समर्थकों के पास नहीं जाने चाहिए।

उन्होंने कहा, “स्पीकर ने अक्षम्य अपराध किया है। रात भर भाजपा और जेडीएस के विधायक लूटे गए पैसे वापस पाने के लिए विरोध प्रदर्शन करेंगे।”

भाजपा नेता ने कहा कि स्पीकर खादर ने सदन में रात्रि भोजन और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था करने की पेशकश की, लेकिन “हमने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है, क्योंकि उन्होंने दलितों के 187 करोड़ रुपये लूट लिए हैं”।

उन्होंने कहा, “हमें उस पैसे से रात्रि भोजन या नाश्ता नहीं चाहिए। हम अपनी व्यवस्था खुद करेंगे। हम इस सरकार द्वारा लूटे गए पैसे से कुछ भी नहीं करना चाहते हैं।”

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