लांडरां के व्यापारियों ने आज चंडीगढ़-लांडरां मार्ग को जाम कर तथा पंजाब सरकार और खरड़ नगर परिषद के खिलाफ नारेबाजी कर अपना रोष जताया, क्योंकि नगर परिषद आर्य कॉलेज टी-प्वाइंट पर सीवर बिछाने के लिए लगभग आठ दिन पहले खोदी गई सड़क के किनारे की मिट्टी को भरने में विफल रही है।
गुस्साए दुकानदारों ने मुख्य सड़क पर एकत्र होकर एक घंटे से अधिक समय तक यातायात अवरुद्ध कर दिया। उन्होंने शिकायत की कि सड़क के किनारे खोदी गई जमीन के कारण उन्हें व्यापार में नुकसान हो रहा है, लेकिन नगर परिषद ने कोई ध्यान नहीं दिया।
एक दुकानदार ने बताया, “यह मुश्किल से चार दिन का काम था, लेकिन एक हफ़्ते से काम में कोई प्रगति नहीं हुई है। सड़क के किनारे खुदाई हो चुकी है और दुकानों तक पहुँचने का कोई रास्ता नहीं है। पिछले हफ़्ते से यहाँ एक भी ग्राहक नहीं आया है। हमने कई बार अधिशासी अधिकारी को सूचित किया है, लेकिन वे कहते हैं कि वे असहाय हैं। हम क्या कर सकते हैं?”
आर्य कॉलेज टी-पॉइंट पर प्रदर्शनकारियों ने शिकायत की कि मानसून के आते ही सीवर का पानी सड़क पर बहने लगेगा और दुकानों और घरों में घुस जाएगा। नगर निगम के अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं।
इलाके के लोगों ने बताया कि खुदाई की वजह से कई घरों में पानी की सप्लाई बंद हो गई है। उन्हें मजबूरन 1 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि स्थानीय निकाय विभाग ने सीएमओ के ईमेल का भी जवाब नहीं दिया। पार्षद और ईओ उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देते। उन्होंने बताया कि कैबिनेट मंत्री अनमोल गगन मान के विधानसभा क्षेत्र में यह दुखद स्थिति है।
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी मनवीर गिल और तहसीलदार प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए मौके पर पहुंचे, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थे। वे नारेबाजी करते रहे और सरकारी अधिकारी मूकदर्शक बने रहे।
ईओ मनवीर गिल ने कहा, “दुकानदारों के अनुरोध पर सीवेज लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था। ठेकेदार के बीमार पड़ जाने के कारण काम रोकना पड़ा।”