रामपुर, 7 जून किन्नौर जिले के रिकांगपिओ स्थित क्षेत्रीय अस्पताल में आज एक दिवसीय ‘टीबी (क्षय रोग) चैम्पियंस’ प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनम नेगी ने बताया कि शिविर का मुख्य उद्देश्य उन लोगों को विशेष और विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान करना है जो पहले टीबी से पीड़ित हो चुके हैं और अब इस बीमारी को मात देकर ‘टीबी चैंपियन’ बन चुके हैं। सीएमओ ने बताया कि प्रशिक्षण के माध्यम से ‘टीबी चैंपियन’ को टीबी, इसके लक्षण, उपचार और जांच के बारे में विस्तृत प्रशिक्षण और जानकारी दी गई।
नेगी ने कहा कि एक बार प्रशिक्षण दिए जाने के बाद, ‘टीबी चैंपियन’ यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि अन्य लोग भी इस स्थिति के बारे में जागरूक हों। उन्होंने कहा कि ‘टीबी चैंपियन’ अपने गांवों या समुदायों में जाकर टीबी के बारे में जागरूकता फैलाएंगे, जिससे उनके क्षेत्रों में टीबी रोगियों को मानसिक और सामाजिक सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, वे समाज में तपेदिक से जुड़ी गलत धारणाओं, भेदभाव और कलंक को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
प्रशिक्षण शिविर में सभी ‘टीबी चैंपियन’ को सार्वजनिक मंचों पर जाकर लोगों को टीबी के बारे में जानकारी देने की शपथ दिलाई गई, ताकि वे इस बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता सुनिश्चित कर सकें। टीबी चैंपियन को पंचायत टीबी मंचों के बारे में भी जानकारी दी गई, जिसमें सभी ने टीबी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मंचों में भाग लेने पर सहमति जताई। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सुधीर सिंह ने उपस्थित लोगों से अपने समुदायों में इस बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने का आग्रह किया।