राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए जाने को लेकर लोजपा (रामविलास) की सांसद शांभवी चौधरी ने राजद नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि जिनके घर खुद शीशे के होते हैं, वे दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते।
लोजपा (रामविलास) की सांसद शांभवी चौधरी ने कहा कि बिहार आज बदल रहा है। जिस तरह से लालू यादव के राज में संगठित अपराध होते थे, जिससे कई लोग बिहार छोड़कर चले गए थे। उस समय अपराधियों को संरक्षण सरकार देती थी। आज ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता है। आज अगर अपराध होता है, तो उस पर कार्रवाई होती है। कहीं आज संगठित अपराध नहीं होते। आज अगर क्राइम होता है, तो कड़ी कार्रवाई होती है, यह सरकार का फैसला है। पीड़ित परिवार को प्रशासन न्याय भी देती है और इंसाफ भी देती है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अब वह बिहार नहीं है। इस नए बिहार की उस समय के बिहार से वे तुलना भी न करें। पहले तो लालू यादव को जवाब देना चाहिए कि पहले जब आपराधिक घटनाएं होती थीं, तो उन अपराधियों को संरक्षण वे लोग क्यों देते थे?
इधर, लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान के बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में आकर अगर कोई बड़े नेता चुनाव लड़ते हैं, तो संगठन को मजबूती मिलती है। हर पार्टी अपनी तैयारी करती है। अगर वे चुनाव लड़ेंगे, तो विकसित बिहार के लिए चुनाव लड़ेंगे। हम लोग ने अपनी पूरी तैयारी रखी है कि ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ें और 100 प्रतिशत स्ट्राइक रेट से जीते दर्ज करें।
उन्होंने साफ कहा कि अभी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी कहा है कि बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे या नहीं, यह पार्टी का संसदीय बोर्ड तय करेगा। वैसे, उनका जो भी फैसला होगा, हम लोग साथ हैं। हम लोग एनडीए को मजबूत और सरकार बनाने के लिए मेहनत कर रहे हैं। गठबंधन में हर पार्टी की इच्छा होती है कि उसे अधिक सीट मिले, लेकिन इसका फैसला तो राष्ट्रीय अध्यक्ष को ही लेना होता है।
Leave feedback about this