शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसानों की मांगों को स्वीकार करने और किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की मौत पर अनशन समाप्त कराने की अपील की।
यहां एक बयान में शिअद नेता ने भाजपा नेतृत्व से भी हस्तक्षेप करने और जगजीत सिंह दल्लेवाल की जान बचाने की अपील की। किसान नेता की हालत नाजुक बताते हुए मजीठिया ने कहा, “दल्लेवाल साहब का खून आपके हाथों पर न लगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि उच्च पदों पर बैठे लोगों को देश को आत्मनिर्भर बनाने वाले अन्नदाता की कीमत समझनी चाहिए। आज वही अन्नदाता आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर है, लेकिन सरकार को किसानों की सामूहिक पीड़ा से कोई फर्क नहीं पड़ता।
बिक्रम मजीठिया ने कहा कि केंद्र सरकार को लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के मामले में न्याय सुनिश्चित करने तथा किसानों को उनकी जमीन के मुआवजे का उचित मूल्य सुनिश्चित करने के अलावा एमएसपी को कानूनी गारंटी बनाने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसान इस बात से दुखी हैं कि केंद्र सरकार कॉरपोरेट घरानों के लाखों करोड़ रुपये के कर्ज माफ कर रही है, लेकिन किसानों को कोई मदद देने से इनकार कर रही है।
अकाली नेता ने हरियाणा और केंद्र सरकार दोनों की निंदा की, क्योंकि उन्होंने किसानों को अपनी मांगें केंद्र सरकार के समक्ष रखने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जाने की अनुमति नहीं दी।