पुलिस ने निवासियों के बीच साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए अभियान शुरू किया है।
इस अभियान की शुरुआत आज मालेरकोटला के एसएसपी गगन अजीत सिंह की देखरेख में लायंस क्लब द्वारा आयोजित सेमिनार के उद्घाटन सत्र के दौरान की गई।
डीएसपी (स्पेशल ब्रांच) रंजीत सिंह बैंस ने बताया कि साइबर इंचार्ज मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने गैर-जिम्मेदार ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन और अजनबियों के साथ महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए अभियान चलाया था। उन्होंने कहा, “इंटरनेट का बढ़ता उपयोग भी महामारी के कारण ही हुआ है, क्योंकि छात्रों सहित अधिकांश लोग ऑनलाइन काम कर रहे थे।”
बैंस ने निवासियों से अज्ञात स्रोतों से प्राप्त लिंक और पोस्ट पर क्लिक करने से बचने का आग्रह किया।
वक्ताओं ने कहा कि साइबर अपराध के शिकार लोग यदि शीघ्र ही पुलिस से संपर्क करें तो अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई की जा सकती है। इस अवसर पर लोगों को हेल्पलाइन नंबर 1930 व 112 के बारे में भी बताया गया।
गृह मंत्रालय के निर्देशों के अनुपालन में पहले भी इसी तरह के अभियान चलाए गए थे। प्रत्येक महीने के पहले बुधवार को “साइबर जागरूकता दिवस” के रूप में मनाया गया। सर्कल अधिकारियों और एसएचओ को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि इंटरनेट के लगातार उपयोगकर्ताओं के बीच जागरूकता की कमी के कारण साइबर अपराध को रोकने के लिए पर्याप्त सक्रिय उपाय किए जाएं।
एसएसपी ने कहा कि नामित कर्मियों द्वारा समय-समय पर कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
इंटरनेट से संबंधित अपराधों से निपटने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 लागू किया गया था, जिसका प्राथमिक उद्देश्य सूचना प्रौद्योगिकी के वाणिज्यिक उपयोग के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करना था।