हाल ही में मंडी जिले के नेला में आयोजित पारंपरिक उत्सव शिल्हा किपर मेला 60 वर्षों से अधिक पुरानी संस्कृति, रीति-रिवाजों और कलात्मकता का जीवंत उत्सव था। मेले में सभी क्षेत्रीय देवता उपस्थित थे तथा दिन में घुघता मंदिर में एकत्रित हुए।
शिल्हा किपर स्थित देव भंडार में जाने से पहले स्थानीय निवासियों ने देवताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया। शाम के उत्सव में स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिनमें उन्होंने पारंपरिक ‘बांथडा’ शैली में समुदाय से संबंधित मुद्दों को प्रस्तुत किया।
सभी आयु वर्ग के निवासी इसमें भाग लेने के लिए एकत्रित हुए, जिससे मेले की एकजुटता की भावना प्रदर्शित हुई। मंडी नगर निगम पार्षद राजेंद्र मोहन ने कहा कि इस आयोजन से न केवल भावी पीढ़ियों के लिए समृद्ध विरासत को संरक्षित किया गया, बल्कि सौहार्द को भी बढ़ावा मिला।
मेला समिति को इस आयोजन के लिए नगर निगम से 21,000 रुपये का अनुदान प्राप्त हुआ।