इंफाल, 13 अगस्त मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने 13 अगस्त को राज्य में मनाए जाने वाले ‘पैट्रियट्स’ डे (देशभक्त दिवस) के मौके पर 1891 के ऐंग्लो-मणिपुरी युद्ध में ब्रिटिश सैनिकों के खिलाफ अपनी जान की कुर्बानी देने वाले वीरों को याद किया।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर प्रदेशवासियों के लिए एक संदेश लिखा। इस संदेश पत्र में उन्होंने लिखा, “‘पैट्रियट्स’ डे प्रत्येक वर्ष 13 अगस्त को मनाया जाता है, ताकि उन शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा सके जिन्होंने 1891 के ऐंग्लो-मणिपुरी युद्ध में ब्रिटिश सैनिकों के खिलाफ अपनी जान की कुर्बानी दी थी। यह दिन हमारे वीर नायकों की सर्वोच्च बलिदानों को मान्यता देता है, जिनमें युवराज टिकेंद्रजीत सिंह, थंगल जनरल, चैराई थंगल, पुखरम्बम काजाओ के अलावा वे सैकड़ों सैनिक शामिल हैं जिन्होंने हमारी मातृभूमि की संप्रभुता की रक्षा करते हुए वीरता से अपनी जान दी।”
देश में साम्प्रदायिक और विभाजनकारी तत्वों का जिक्र करते हुए आगे लिखते हैं, “ मणिपुर के लोग सदियों से एक साथ शांतिपूर्वक रहते आ रहे हैं। लेकिन आज विभाजनकारी और साम्प्रदायिक ताकतें हमारे समाज के ताने-बाने को कमजोर करने की धमकी दे रही हैं। इतिहास हमें सिखाता है कि जब हम एकजुट होते हैं, तो हम अजेय होते हैं। जब हम बंट जाते हैं, तो हम कमजोर हो जाते हैं। हमें उन लोगों के प्रति सतर्क रहना चाहिए जो हमें बांटना चाहते हैं और एक ऐसा समाज बनाने के लिए सक्रिय रहना चाहिए जहां हर समुदाय को महत्व और समावेशन का अनुभव हो। यह दिन हमारे साझा मूल्यों की याद दिलाने और एकजुट हो समृद्ध भविष्य की सोच संग आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।”
“हमारे पूर्वजों ने अपनी मातृभूमि की स्वतंत्रता और संप्रभुता को अपनी जीवन से अधिक महत्वपूर्ण माना। यह समय है कि हमारी वर्तमान पीढ़ी उन मूल्यों पर विचार करे जो उनके कार्यों को मार्गदर्शित करते थे और हमारे राज्य में किसी भी विभाजनकारी ताकत के खिलाफ सामूहिक स्थिति अपनाए। मैं इस शुभ दिन पर मणिपुर के लोगों के साथ मिलकर हमारे शहीद नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।”
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