थानेसर नगर परिषद के क्षेत्राधिकार में चल रही अवैध मीट की दुकानों पर शिकंजा कसते हुए परिषद ने मीट विक्रेताओं को अपनी दुकानें परिषद के क्षेत्राधिकार से बाहर स्थानांतरित करने के निर्देश दिए हैं।
थानेसर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि परिषद ने नगर परिषद के अधिकार क्षेत्र में मांस उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों से अपील की है कि वे अपनी दुकानें स्थानांतरित कर लें, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, “कुरुक्षेत्र को देश-विदेश में धार्मिक पर्यटन स्थल के साथ-साथ एक पवित्र शहर के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं और प्रवेश द्वारों पर मीट की दुकानें लगती हैं, जो अच्छी तस्वीर पेश नहीं करती। इसी संबंध में हाल ही में अमीन रोड पर 10 दुकानों को सील किया गया और उमरी चौक पर भी कुछ दुकानों को बंद किया गया है। इसके अलावा पिपली में 13 अवैध मीट की दुकानों को नोटिस जारी किए गए हैं और उन्हें नगर परिषद की सीमा से बाहर किसी अन्य स्थान पर अपनी दुकानें शिफ्ट करने के लिए कहा गया है।”
कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि नगर परिषद की सीमा में संचालित ऐसी दुकानों पर कड़ी नजर रखने के लिए सफाई शाखा के कर्मचारियों को भी निर्देश जारी किए गए हैं।
उन्होंने कहा, “नगर परिषद की टीमें नजर रख रही हैं और दुकानदारों से बार-बार अपील की जा रही है कि वे जल्द से जल्द अपनी दुकानें शिफ्ट करें। सिरसला रोड, पिहोवा रोड और झांसा रोड के पास अवैध रूप से बनी दुकानों को जल्द ही बंद करवा दिया जाएगा। दुकानदारों को नोटिस जारी किए जाएंगे और अगर वे निर्देशों का पालन नहीं करते हैं और तय समय में अपनी दुकानें शिफ्ट नहीं करते हैं तो पुलिस की मदद से आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्हें किसी भी तरह की असुविधा से बचने के लिए खुद ही परिषद की सीमा से बाहर चले जाना चाहिए।”
पिछले महीने भी कुरुक्षेत्र जिला प्रशासन ने अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया था और सरस्वती नदी के किनारे स्थित लगभग सात मांस की दुकानों को हटा दिया था।