नई दिल्ली, 28 जून । कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में राहुल गांधी का माइक बंद करने को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला।
गौरव गोगोई ने कहा कि जिस समय राहुल गांधी ने सदन में गुजारिश की, आज के दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों मिलकर देश के युवाओं को एक संदेश दें कि नीट की इस मुश्किल घड़ी में हम उनके साथ हैं। लेकिन, उस वक्त सत्ता पक्ष ने उनका माइक बंद करके बच्चों की आवाज दबाने की कोशिश की। हम चाहते हैं कि नीट पर सकारात्मक चर्चा हो और इसलिए जब सरकार ने मना किया, तो आज हमने पार्लियामेंट के अंदर विरोध जताया। ये संसद सबका है और नीट के विषय पर सरकार की जवाबदेही होना चाहिए। ये हमारी मांग है।
कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि लाखों-करोड़ों बच्चों के भविष्य को लेकर आज राहुल गांधी सदन में नीट पर सत्ता पक्ष के साथ चर्चा करना चाहते थे। लेकिन, सत्ता पक्ष ने उनके प्रस्ताव को न सिर्फ अस्वीकार किया, बल्कि उनके माइक को भी बंद कर दिया। यह अच्छी परंपरा नहीं है। नेता विपक्ष को सदन में बोलने का पूरा मौका मिलना चाहिए। इस बात को लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं ने अपना रोष व्यक्त किया। हम सरकार से दोबारा यही मांग करते हैं कि इस मुद्दे पर चर्चा हो।
दरअसल, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि लोकसभा में नीट पेपर लीक पर चर्चा की मांग को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का माइक बंद किया गया।
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ”जहां एक ओर नरेंद्र मोदी नीट पर कुछ नहीं बोल रहे, उस वक्त विपक्ष के नेता राहुल गांधी युवाओं की आवाज सदन में उठा रहे हैं। लेकिन, ऐसे गंभीर मुद्दे पर माइक बंद करने जैसी ओछी हरकत करके युवाओं की आवाज को दबाने की साजिश की जा रही है।”
कांग्रेस द्वारा शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि राहुल गांधी लोकसभा में अपनी बात रख रहे थे कि अचानक से उनकी माइक से आवाज नहीं आती है। जिसके बाद विपक्षी दलों के नेता ‘माइक-माइक’ बोलने लगते हैं। जिस पर स्पीकर कहते हैं कि मैं माइक बंद नहीं करता हूं, पूर्व में आपको व्यवस्था दी गई थी।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान स्थगन प्रस्ताव के नोटिस नहीं लिए जाते। उन्होंने राहुल गांधी से संसदीय व्यवस्था का पालन करने का आग्रह करते हुए कहा कि आप विपक्ष के नेता हैं और इसलिए आप संसदीय व्यवस्था का पालन करेंगे, ऐसी उनकी अपेक्षा है।
राहुल गांधी कहते हैं कि हम विपक्ष और सरकार की ओर से हिंदुस्तान के छात्रों को एक संयुक्त संदेश देना चाहते थे कि हम इस मुद्दे को जरूरी मानते हैं। इसलिए, हमने सोचा कि छात्रों के सम्मान के लिए हम आज नीट पर चर्चा करेंगे। इसके बाद राहुल गांधी के माइक से आवाज नहीं आती है, जिसको लेकर विपक्षी नेता हंगामा करने लगते हैं।