April 9, 2025
National

चारधाम यात्रा से पहले आपदा प्रबंधन की तैयारियों के लिए 24 अप्रैल को मॉक ड्रिल

Mock drill on April 24 for disaster management preparations before Chardham Yatra

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने के लिए 24 अप्रैल को मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। यह अभ्यास चारधाम यात्रा से जुड़े जिलों में होगा, ताकि किसी भी संभावित आपदा से निपटने की तैयारी को जांचा जा सके। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और यूएसडीएमए मिलकर इस मॉक ड्रिल का आयोजन कर रहे हैं।

आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और आपदा से निपटने की क्षमता को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास के जरिए यह देखा जाएगा कि राहत और बचाव टीमें कितनी तेजी से काम करती हैं और किन-किन क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है। जहां कमियां सामने आएंगी, उन्हें ठीक करके यात्रा को सुरक्षित और सुचारू बनाने के लिए बेहतर रणनीति तैयार की जाएगी।

विनोद कुमार सुमन ने कहा, “हम 24 अप्रैल को चारधाम यात्रा के लिए मॉक ड्रिल कर रहे हैं। इसमें एनडीएमए का पूरा सहयोग मिल रहा है। इस अभ्यास में सभी संबंधित विभाग, जिला अधिकारी, पुलिस अधीक्षक और लाइन डिपार्टमेंट शामिल होंगे। हम अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग परिस्थितियां बनाएंगे, जैसे आपदा की स्थिति पैदा करके देखेंगे कि विभाग कितनी तेजी से प्रतिक्रिया देते हैं। अगर कहीं कमियां दिखेंगी, तो विशेषज्ञ सुझाव देंगे, ताकि असल में ऐसी स्थिति आने पर हम उसका सफलतापूर्वक सामना कर सकें।”

आपदा प्रबंधन सचिव ने कहा, “चारधाम यात्रा हर साल लाखों श्रद्धालुओं को उत्तराखंड के चार पवित्र धामों- बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की ओर खींचती है। इस दौरान भूस्खलन, बाढ़ या भारी बारिश जैसी प्राकृतिक आपदाओं का खतरा रहता है। पिछले सालों में ऐसी घटनाओं के कारण यात्रा में व्यवधान और जानमाल का नुकसान भी हुआ है। इसे देखते हुए सरकार और आपदा प्रबंधन टीमें इस बार कोई जोखिम नहीं लेना चाहतीं।”

उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल के दौरान राहत और बचाव दलों की रफ्तार, आपसी समन्वय और संसाधनों की उपलब्धता को परखा जाएगा। यह अभ्यास यह भी सुनिश्चित करेगा कि आपदा की स्थिति में यात्रियों को तुरंत मदद मिल सके।

यूएसडीएमए का कहना है कि इस मॉक ड्रिल से मिले अनुभव और सुझावों के आधार पर चारधाम यात्रा को पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित बनाया जाएगा। तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।

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