जिला प्रशासन, खरीद एजेंसियों और ठेकेदारों के संयुक्त प्रयासों से अनाज मंडियों में धान की उठान प्रक्रिया में तेजी आई है। पिछले आठ दिनों में कुल 3,31,375 मीट्रिक टन (एमटी) धान की उठान हुई है। इससे किसानों को अपनी उपज उतारने के लिए जरूरी जगह मिल गई है।
आंकड़ों के अनुसार, एजेंसियों और ठेकेदारों ने 14 अक्टूबर को 34,008 मीट्रिक टन, 15 अक्टूबर को 34,384 मीट्रिक टन, 16 अक्टूबर को 34,374 मीट्रिक टन, 17 अक्टूबर को 43,505 मीट्रिक टन, 18 अक्टूबर को 50,673 मीट्रिक टन, 19 अक्टूबर को 43,265 मीट्रिक टन, 20 अक्टूबर को 48,357 मीट्रिक टन और 21 अक्टूबर को 42,809 मीट्रिक टन धान का उठाव किया।
डिप्टी कमिश्नर उत्तम सिंह ने सरकारी खरीद एजेंसियों को प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं, जबकि अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर यश जालुका को अनाज मंडियों में खरीद और उठाव कार्यों की निगरानी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीसी उत्तम सिंह ने कहा, “उठाव प्रक्रिया में तेजी लाई गई है और हमें उम्मीद है कि कुछ दिनों के भीतर सभी अनाज मंडियों में किसानों के लिए अपनी उपज उतारने के लिए पर्याप्त जगह होगी।”
आंकड़ों के अनुसार, अब तक विभिन्न खरीद एजेंसियों ने 6,81,593 मीट्रिक टन (एमटी) धान खरीदा है, जिसमें से 4,33,728 मीट्रिक टन का उठाव हो चुका है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग ने सबसे अधिक (4,56,726 मीट्रिक टन) धान खरीदा, उसके बाद हैफेड (1,35,852 मीट्रिक टन) और हरियाणा राज्य भंडारण निगम (89,015 मीट्रिक टन) का स्थान रहा।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने केवल 2,89,783 मीट्रिक टन, हैफेड ने 85,892 मीट्रिक टन तथा हरियाणा राज्य भंडारण निगम ने मात्र 58,053 मीट्रिक टन गेहूं का उठान किया है।